दिल्ली एमसीडी चुनाव की तारीख नजदीक आते ही दिल्ली की तीनों बड़ी पार्टियों ने पोस्टरों से राजधानी को पाट दिया है. एमसीडी में सत्ता पर काबिज बीजेपी ने दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष और सांसद मनोज तिवारी, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह की फोटो वाले पोस्टर पूरे दिल्ली में लगा रखे हैं.
वहीं कांग्रेस ने अनुभव और विकास का दावा करने वाले पोस्टर लगाएं हैं. दिल्ली की सत्ता पर काबिज आम आदमी पार्टी ने बिजली-पानी माफ करने के साथ हाउस टैक्स माफ करने का वादा करते हुए पोस्टर लगाए हैं. इन पोस्टरों के अलावा आम आदमी पार्टी ने दिल्ली के कई इलाकों में एक नया पोस्टर अभियान चलाया है. इन पोस्टरों में बीजेपी नेता और दिल्ली विधानसभा में नेता विपक्ष विजेंद्र गुप्ता और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की तस्वीर लगाई गई है.
इस पोस्टर में आम आदमी पार्टी ने जनता से पूछा है कि आखिर निगम चुनाव में बागडोर वह विजेंद्र गुप्ता को देना चाहती है या फिर केजरीवाल को. एमसीडी चुनाव के लिए किसी भी पार्टी ने मेयर पद के लिए चेहरा सामने नहीं उतारा है. बीजेपी ,जहां मनोज तिवारी और प्रधानमंत्री मोदी के चेहरे को आगे कर रही है, वहीं आम आदमी पार्टी अरविंद केजरीवाल के चेहरे को आगे रख रही है. कांग्रेस के पोस्टरों में ज्यादातर अजय माकन का चेहरा दिखाई दे रहा है.
लेकिन आम आदमी पार्टी के इस नए पोस्टर से एक बार फिर विवाद शुरू हो सकता है. दरअसल आम आदमी पार्टी ने 2013 दिल्ली विधानसभा चुनाव के दौरान केजरीवाल बनाम शीला दीक्षित के पोस्टर चारों ओर लगाए थे और 2015 के विधानसभा के दौरान चुनाव के दौरान केजरीवाल बनाम विजय गोयल के पोस्टर लगाए थे.
दरअसल बात यह है कि बीजेपी ने विजय गोयल का चेहरा आगे नहीं किया था ना ही इस साल के एमसीडी चुनाव के लिए बीजेपी ने विजेंद्र गुप्ता का चेहरा आगे किया है. लेकिन आम आदमी पार्टी चुनाव को चेहरे पर केंद्रित करते हुए केजरीवाल बनाम विजेंद्र गुप्ता के पोस्टर लगा रही है. इस इस पोस्टर वार के जरिए आम आदमी पार्टी निगम चुनाव के लिए अरविंद केजरीवाल को बतौर चेहरा पेश कर रही है, साथ ही बीजेपी की ओर से विजेंद्र गुप्ता को बतौर चेहरा दिखा रही है लेकिन पोस्टरों के जरिए चेहरों की लड़ाई कितनी कामयाब होगी यह निगम चुनाव के नतीजे बताएंगे.