बिहार विधानसभा चुनाव में पहले दौर का मतदान हो चुका है. दूसरे चरण की वोटिंग के लिए तैयारियां अंतिम दौर में हैं, वहीं तीसरे मोर्चे को बीच चुनावी मझधार में बड़ा झटका लगा है. गुरुवार को मोर्चे के प्रमुख घटक राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) ने अकेले चुनाव लड़ने की घोषणा की है.
पटना में एनसीपी नेता तारिक अनवर ने घोषणा की कि पार्टी बिहार में अकेले चुनाव लड़ेगी . उन्होंने कहा कि पार्टी ने यह फैसला सपा सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव के उस भाषण से नाराज होकर लिया है, जिसमें उन्होंने बीजेपी की तारीफ की थी. एनसीपी ने ऐलान किया है कि वह राज्य में 45 सीटों पर अपने उम्मीदवार खड़े करेगी.
गौरतलब है कि महागठबंधन में सीट बंटवारे से नाराज होकर सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव ने खुद अलग करते हुए अन्य दूसरे दलों के साथ तीसरे मोर्चे का गठन किया था. इस मोर्चे में पप्पू यादव की जनाधिकार पार्टी भी शामिल है.
तीसरे मोर्चे में हैं गलतफहमियां
बताया जाता है कि तारिक अनवर को मनाने में मोर्चा के वरिष्ठ नेता जुट गए हैं. हालांकि, अनवर ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान यह भी कहा कि तीसरे मोर्चे में कुछ गलतफहमियां हैं. तीसरे मोर्चे में छह पार्टियां शामिल थीं. इनमें एनसीपी के बाद अब समाजवादी पार्टी, जनाधिकार पार्टी के अलावा पूर्व केंद्रीय मंत्री नागमणी की समरस समाज पार्टी, पूर्व लोकसभा स्पीकर पीए संगमा की नेशनलिस्ट पीपुल्स पार्टी और पूर्व केंद्रीय मंत्री देवेंद्र प्रसाद यादव की समाजवादी जनता पार्टी ही रह गई हैं. इस मोर्चे को अधिकारिक तौर पर समाजवादी धर्मनिरपेक्ष मोर्चा नाम दिया गया था.