देश की सबसे अमीर महिला इस समय हरियाणा के हिसार में सड़कों और गलियों में घूम-घूम कर वोट मांग रही हैं. जी हां, ये हैं 64 वर्षीय सावित्री जिंदल जिनके बेटे नवीन जिंदल और सज्जन जिंदल को सारी दुनिया जानती है. सावित्री जिंदल हरियाणा सरकार में मंत्री भी थीं.
साधारण कपड़े पहनने वाली सावित्री जिंदल घर-घर जाती हैं और इस बात का पूरा ध्यान रखती हैं कि उनका सिर पल्लू से ढंका रहे. वह वोटरों से गहरी बातें नहीं करती हैं, बस उनसे इतना ही कहती हैं कि उन्होंने उन्हें 2005 और 2009 में जिताया था. वो अपनी सरकार की उपलब्धियों की भी चर्चा करती हैं वह वोटरों से कहती हैं कि वे कांग्रेस को फिर से जिताएं.
सावित्री जिंदल ओपी जिंदल ग्रुप की चेयरपर्सन हैं. उन्हें 2008 में फोर्ब्स पत्रिका ने भारत की सबसे अमीर महिला का दर्जा दिया था. फिलहाल वह इसी पोजीशन पर बरकरार हैं. भारत के तमाम अमीर लोगों की सूची में वह 12वें स्थान पर हैं. इस सूची में सबसे ऊपर मुकेश अंबानी हैं. उनकी कुल जायदाद 6.4 अरब डॉलर की है.
गायित्री गोयल नाम की एक छात्रा ने बताया कि उसे अखबारों से मालूम हुआ कि वह देश की सबसे अमीर महिला हैं. हमें पता है कि वे जिंदल ग्रुप की हेड हैं. गायित्री ने कहा कि वह सादगी से भरपूर हैं. अन्य राजनीतिज्ञों की तरह वह बड़ी-बड़ी गाड़ियों में नहीं आतीं. वह घर-घर जाती हैं.
सावित्री के बेटे नवीन पहले लोकसभा के सदस्य थे. अब वह भी अपनी मां के प्रचार में निकल पड़े हैं. नवीन ने कहा कि हम लोगों ने इस इलाके में बहुत काम किया है लेकिन कभी प्रचार नहीं किया. उनका दावा है कि जनता कांग्रेस के साथ है.
सावित्री जिंदल का जन्म हरियाणा में नहीं बल्कि असम के एक कारोबारी परिवार में हुआ था. उन्हें चार बेटे और पांच बेटियां हैं. वह समय निकालकर किताबें पढ़ती हैं, टीवी देखती हैं और खाना भी बनाती हैं.
2006 में हुड्डा सरकार में उन्हें मंत्री बनाया गया था. पिछले साल अक्टूबर में उन्हें फिर मंत्री बनाया गया था.
लेकिन सावित्री जिंदल की राजनीतिक यात्रा दुखद है. उनके पति ओपी जिंदल 2005 में एक हेलीकॉप्टर दुर्घटना में मारे गए थे. उसके बाद ही उन्हें राजनीति में जाना पड़ा.