एक लोकसभा सीट पर एक ही नाम के अगर 11 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हों, तो आप क्या कहेंगे. आप इसे संयोग मानकर हंस भी सकते हैं, लेकिन इसके पीछे सियासी तिकड़म की आशंका को भी खारिज नहीं कर सकते.
मामला है छत्तीसगढ़ की महासमुंद सीट का, जहां 11 चंदू लाल साहू एक-दूसरे से टक्कर ले रहे हैं. दरअसल महासमुंद सीट से बीजेपी ने चंदू लाल साहू को प्रत्याशी बनाया गया है. लेकिन उनके अलावा इसी नाम के 10 निर्दलीय उम्मीदवार भी यहां से पर्चा भर चुके हैं. अब इससे बीजेपी की नींदें उड़ गई हैं. बीजेपी विधायकों ने इसके पीछे कांग्रेस प्रत्याशी और पूर्व सीएम अजित जोगी का हाथ बताया है और चुनाव आयोग से उन्हें अयोग्य ठहराने की मांग की है.
महासमुंद लोकसभा क्षेत्र के विधायक रामलाल चौहान, रूपकुमारी चौधरी, चुन्नी लाल साहू, संतोष उपाध्याय और गोवर्धन सिंह मांझी ने इस आशय में चुनाव आयोग से पूरी जांच कराने और दोषी पाए जाने पर कांग्रेस उम्मीदवार को अयोग्य घोषित करने की मांग की है.
बीजेपी विधायकों ने कहा कि जिस क्षेत्र से अजित जोगी उम्मीदवार हों, वहां बीजेपी प्रत्याशी के 10 हमनाम निर्दलीय प्रत्याशियों का एक ही दिन नामांकन होना और फिर उनका एक साथ लापता हो जाना, नाम वापसी की अवधि निकल जाने के बाद उनका लौटकर घर बैठ जाना और यहां तक कि सभी का एक ही सीरीज के नोट जमानत राशि के तौर पर जमा कराना, यह साबित करता है कि यह लोकतांत्रिक चुनाव प्रक्रिया को प्रभावित करने का षड्यंत्र है.
विधायकों ने आरोप लगाया है कि जोगी चुनाव में हर तरह के हथकंडे अपनाते रहे हैं और इस मामले से भी जाहिर है कि बीजेपी प्रत्याशी चंदूलाल साहू को नुकसान पहुंचाने की गरज से मतदाताओं को भ्रमित करने के लिए यह सब किया गया है.