सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे ने आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल को चिट्ठी लिखकर तीन सवाल पूछे थे. आम आदमी पार्टी की ओर से इनका जवाब अन्ना को भेजा जा चुका है. इसके बाद सोमवार शाम AAP नेता कुमार विश्वास भी अन्ना से मिलने गए थे.
आपको बताते हैं कि क्या थे अन्ना के सवाल और केजरीवाल के जवाब.
अन्ना का सवाल नंबर 1: आम आदमी पार्टी 29 दिसंबर को जनलोकपाल पास करने का वादा कैसे कर रही है?
अरविंद का जवाब: यह वही लोकपाल बिल है जिसके बारे में अन्ना और उत्तराखंड के उस वक्त के मुख्यमंत्री ने संयुक्त प्रेस कांफ्रेंस की थी. यह वही बिल है जिसके लिए अन्ना ने महाराष्ट्र में प्रचार किया था. दिल्ली में भी यही बिल लाया जाएगा.
अन्ना का सवाल नंबर 2: सिम कार्ड से जमा किए गए पैसे में मेरा नाम क्यों शामिल किया गया है? जबकि मेरा इससे कोई लेना-देना नहीं है. अरविंद ही एसएमएस के जरिये फंड जुटाने का काम देख रहे थे.
अरविंद का जवाब: आम आदमी पार्टी के लिए फंड जुटाने में अन्ना के नाम का इस्तेमाल नहीं किया गया. इंडिया अगेंस्ट करप्शन के समय में कोर कमेटी और आपकी सहमति से 'अन्ना' के नाम से एसएमएस कार्ड शुरू किए गए थे. आपकी ही सहमति से एसएमएस कार्ड की कीमत 25 रुपये रखी थी और इसे खरीदने वालों को आंदोलन के संबंध में मैसेज जाते थे. लेकिन पार्टी बनने से काफी पहले ही इसे बंद कर दिया गया था. कार्ड पर बचा हुआ पैसा लोगों को लौटाया भी गया है.
अन्ना का सवाल नंबर 3: क्या अन्ना के आंदोलन के दौरान जमा किए गए पैसे को आम आदमी पार्टी इस्तेमाल कर रही है? जब आप सामाजिक मकसद से काम कर रहे हैं तो अरविंद ने 35,000 रुपये की तनख्वाह पर 20 कर्मियों को क्यों नौकरी पर रखा?
अरविंद का जवाब: इंडिया अगेंस्ट करप्शन का कोई भी फंड आम आदमी पार्टी इस्तेमाल नहीं कर रही. आपने यह भी लिखा है कि रामलीला मैदान और जंतर मंतर के अनशन के दौरान कितना पैसा इकट्ठा हुआ और उसका क्या हुआ, इसकी जानकारी आपको नहीं है. आपके इस सवाल और वक्तव्य से मुझे सबसे ज्यादा पीड़ा हुई है. चूंकि इस सवाल पर कई बार औपचारिक व अनौपचारिक चर्चा हो चुकी है, सामान्य और असाधारण ऑडिट हो चुके हैं. आपकी ओर से भेजी गई स्पेशल टीम भी हमारे सभी अकाउंट्स की चेकिंग कर चुकी है. इंडिया अगेंस्ट करप्शन के बैनर तले लिए गए चंदे का इस्तमाल AAP स्टाफ को देने के लिए नहीं किया गया. उस चंदे का इस्तेमाल पार्टी बनने से पहले ही किया गया.
हिसाब में गड़बड़ निकली तो चुनाव नहीं लड़ूंगा: केजरीवाल
अपने जवाब में अरविंद ने अन्ना को यह भरोसा भी जताया है कि अगर जस्टिस संतोष हेगड़े अपनी जांच में पाते हैं कि जनलोकपाल आंदोलन के हिसाब में कोई हेरा फेरी हुई या आंदोलन के चंदे का पार्टी के लिए इस्तेमाल हुआ तो मैं दिल्ली विधानसभा चुनाव से अपनी उम्मीदवारी वापस ले लूंगा.
अरविंद का जवाब मिलने के बाद अन्ना ने बुधवार सुबह रालेगण सिद्धि में कहा, 'मुझे अरविंद केजरीवाल से कोई दिक्कत नहीं है. उनके व्यक्तित्व में मेरा भरोसा आज भी है, लेकिन मैं अपने खिलाफ बने मामले की वजह से दुखी हूं.'
केजरीवाल की अन्ना को लिखी चिट्ठी

