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पश्चिम बंगाल सबसे बदतर शासित प्रदेश: चिदंबरम

पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव के तीसरे अहम चरण से पहले केंद्रीय गृह मंत्री पी. चिदंबरम ने कहा है कि यह देश का सबसे बदतर शासित प्रदेश है.

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पी. चिदंबरम
पी. चिदंबरम

पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव के तीसरे अहम चरण से पहले केंद्रीय गृह मंत्री पी. चिदंबरम ने कहा है कि यह देश का सबसे बदतर शासित प्रदेश है. उन्होंने प्रदेश में हिंसा फैलाने के लिए माकपा और उसके कार्यकर्ताओं को जिम्मेदार ठहराया. उन्होंने यह भी कहा कि प्रदेश की आर्थिक हालत अच्छी नहीं है.

चिदंबरम ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘लंबे समय से ऐसी सरकार रही, जिसने शासन की अनदेखी की. पश्चिम बंगाल देश में सबसे बदतर शासित प्रदेश है और हमारी तात्कालिक चिंता कानून व्यवस्था को लेकर है.’’ कांग्रेस-तृणमूल गठबंधन के लिए चुनाव प्रचार करने आये चिदंबरम ने कहा, ‘‘पिछले दो-चार महीने से मैं मुख्यमंत्री बुद्धदेव भट्टाचार्य और उनके सहयोगियों के संज्ञान में यह बात ला रहा हूं कि कानून व्यवस्था बिगड़ रही है.’’ उन्होंने कहा कि हालांकि मुख्यमंत्री ने इससे इनकार किया और नेताई हादसे के बाद बबूला फट गया, जिसमें नौ लोगों की मौत हो गयी थी.

गृहमंत्री ने कहा, ‘‘मैं माकपा और उसके कार्यकर्ताओं को हथियार खरीदने व हिंसा फैलाने के लिए तथा प्रदेश को मौत के मैदान में बदलने के लिए जिम्मेदार ठहराता हूं.’’

चिदंबरम ने कहा, ‘‘मैं गंभीरता के साथ उम्मीद करता हूं कि सरकार में परिवर्तन के बाद केंद्र और राज्य सरकार मिलकर हत्याओं को रोकने का काम करेंगी.’’ बुधवार को राज्य में तीसरे चरण के चुनाव में 75 विधानसभा क्षेत्रों में मतदान होगा.

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चिदंबरम ने कहा कि 2004 से ही सभी राज्यों का राजस्व बढ़ा है और किसी राज्य को पिछले चार-पांच साल से जमा से अधिक खर्च नहीं करना पड़ा लेकिन पश्चिम बंगाल एकमात्र अपवाद है.

प्रदेश के पास नगदी की हालत को संकटपूर्ण करार देते हुए चिंदबरम ने कहा कि 2010.11 के दौरान पश्चिम बंगाल ने सात बार जमा से अधिक खर्च किया. उन्होंने कहा, ‘‘यह कर्ज में डूबे उन प्रदेशों में से एक है जहां आम श्रेणी के राज्यों में कर-जीडीपी का अनुपात सबसे कम है.’’

चिदंबरम ने कहा कि प्रदेश सीमा से अधिक कर्ज लिये जा रहा है. उन्होंने कहा कि अप्रैल में पश्चिम बंगाल ने खुले बाजार से 3173 करोड़ रुपये का कर्ज लिया.

उन्होंने कहा, ‘‘मौजूदा सरकार इसमें सुधार नहीं ला सकती बल्कि इसे और बदतर कर देगी. केवल नयी सरकार ही नयी ऊर्जा और नयी सोच के साथ प्रदेश को बदलने में मददगार होगी. मैं बंगाल में नयी सरकार के आगमन और एक महीने में कामकाज संभालने को लेकर आशान्वित हूं. मैं प्रदेश की जनता को बदलाव पर अपनी अग्रिम शुभकामनाएं देने यहां आया हूं.’’

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