बीजेपी के समर्थन में अब किसान भी आते जा रहे हैं. एक सर्वेक्षण के मुताबिक अगामी लोकसभा चुनाव में पार्टी एक तिहाई किसानों के वोट पा सकती है.
सेंटर फॉर द स्टडी ऑफ डेवलपिंग सोसायटीज (सीएसडीएस) के एक सर्वेक्षण के मुताबिक सिर्फ 17 प्रतिशत किसान कांग्रेस को वोट देने के मूड में है. इस सर्वेक्षण के लिए 11,000 किसानों को चुना गया था.
सीएसडीएस के संजय कुमार ने बताया कि 18 राज्यों के 137 जिलों के किसानों को सर्वेक्षण में शामिल किया गया था. इनमें महिलाएं और युवा लोग भी थे. 11,000 से भी ज्यादा लोगों के इंटरव्यू लिये गए जिससे उनके सामाजिक-आर्थिक दशा, उनकी सोच, उम्मीदों और वोट च्वाइस का पता चला.
इस सर्वेक्षण से पता चला कि किसानों का बीजेपी के प्रति झुकाव पूरे देश में है. क्षेत्रवार विश्लेषण से पता चलता है कि उत्तर भारत के राज्य़ों जैसे हिमाचल, हरियाणा, उत्तराखंड, पंजाब, दिल्ली, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, बिहार, मध्य प्रदेश तथा महाराष्ट्र और गुजरात के मध्य क्षेत्रों में बीजेपी पसंदीदा पार्टी है. भारत के दक्षिण और पूर्वी भागों में किसान बीजेपी और कांग्रेस के अलावा अन्य पार्टियों को भी वोट देने की इच्छा रखते हैं लेकिन सर्वेक्षण में उन पार्टियों का नाम नहीं बताया गया है.
सर्वेक्षण में यह बी बताया गया है कि 85 प्रतिशत किसानों ने मनरेगा का नाम सुना है. लेकिन इनमें से 51 प्रतिशत का कहना था कि उनके परिवार के लोगों को इस स्कीम से काम नहीं मिला. 70 प्रतिशत से भी ज्यादा किसानों ने डायरेक्ट कैश ट्रांसफर का नाम नहीं सुना था.