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Punjab Election: प्रकाश सिंह बादल की अचानक बिगड़ी तबीयत, मुक्तसर से PGI किया गया शिफ्ट

पंजाब के 5 बार के CM रहे प्रकाश सिंह बादल की शनिवार को मोहाली के फोर्टिस अस्पातल में भर्ती कराया गया. उन्हें मुक्तसर से यहां लाया गया था. प्रकाश सिंह बादल पंजाब में सबसे ज्यादा उम्र के उम्मीदवार हैं. प्रकाश सिंह बादल को अकाली दल ने लंबी विधानसभा सीट से उम्मीदवार बनाया है.

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पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल.
पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल.
स्टोरी हाइलाइट्स
  • प्रकाश सिंह बादल लंबी विधानसभा सीट से हैं विधायक
  • 1997 से 2017 तक बादल 5 बार लंबी से विधायक रहे हैं

पंजाब के 5 बार के CM रहे प्रकाश सिंह बादल को नियमित जांच के लिए शनिवार को मुक्तसर से मोहाली के फोर्टिस अस्पताल में भर्ती कराया गया. प्रकाश सिंह बादल के प्रधान सलाहकार हरचरण बैंस ने बताया कि कोरोना संक्रमित होने के बाद प्रकाश सिंह बादल को लगातार दो और तीन सप्ताह पर स्वास्थ्य के जांच की सलाह दी गई थी. वे नियमित रूप से समय-समय पर एहतियात के तौर पर जांच करा रहे हैं. उन्होंने बताया कि प्रकाश सिंह बादल लगातार चुनाव से संबंधित लोगों से बातचीत भी कर रहे हैं.

शिरोमणि अकाली दल के 94 साल के नेता प्रकाश सिंह बादल लंबी से उम्मीदवार हैं. बता दें कि लांबी चुनाव लड़ने वाले सबसे उम्रदराज कैंडिडेट हैं. लंबी विधानसभा सीट हाईप्रोफाइल सीट है. पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल इस सीट का विधानसभा में प्रतिनिधित्व करते हैं. इस बार भी प्रकाश सिंह बादल इसी विधानसभा सीट से विधायक हैं.

पंजाब के मुक्तसर जिले की 83, लंबी विधानसभा सीट हाईप्रोफाइल सीट है. पिछले चुनाव में प्रकाश सिंह बादल ने पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह और आम आदमी पार्टी के जरनैल सिंह को शिकस्त दी थी. लंबी कस्बा अबोहर से दिल्ली जाते समय मलोट से 20 किलोमीटर दूर और डबवाली से 15 किलोमीटर दूर है. बठिंडा से 38 किलोमीटर दूर स्थित लंबी सड़क के रास्ते दूसरे शहरों से जुड़ा हुआ है. यह रेल रूट से सीधे कनेक्ट नहीं है.

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1997 से 2017 तक प्रकाश सिंह बादल पांच बार लंबी विधानसभा सीट से विधायक रहे हैं. इससे पहले कांग्रेस तीन बार इस सीट से जीत चुकी है. कांग्रेस के उम्मीवार ने लंबी सीट से 1962, 1967 और के चुनाव में जीत दर्ज की थी. 1969 और 1972 में इस सीट पर कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया के दाना राम विधायक निर्वाचित हुए तो 1977 में प्रकाश सिंह बादल के छोटे भाई गुरदास सिंह बादल विजयी रहे थे. उनके बाद 1982 और 1987 में हर दीपेंद्र सिंह शिरोमणि अकाली दल की तरफ से जीते. साल 1997 से अब तक पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल इसी सीट से चुनाव जीतते आ रहे हैं.

प्रकाश सिंह बादल ने लंबी से 10 किलोमीटर दूर स्थित अपने गांव में खूब काम करवाए हैं. बादल ने अपने गांव में वृद्धाश्रम, कीनू ग्रेडिंग सेंटर, लड़कियों के लिए कॉलेज और हॉस्टल जिसमें शूटिंग रेंज भी है, बनवाया है. प्रकाश सिंह बादल के गांव के शूटिंग रेंज से ही निकली हैं अवनीत कौर, जिन्होंने कॉमनवेल्थ गेम्स में मेडल जीता था.

20 फरवरी को वोटिंग

गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड और पंजाब समेत आगामी पांच राज्यों में होने वाले चुनावों का ऐलान हो चुका है. पंजाब की 117 विधानसभा सीटों पर 20 फरवरी को वोट डाले जाएंगे और मतगणना 10 मार्च को होगी. पहले यह वोटिंग 14 फरवरी को होनी थी, लेकिन संत रविदार जयंती के चलते तारीख में बदलाव कर दिया गया. 

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