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पंजाब चुनाव: अंतर्कलह से जूझ रही है कांग्रेस, उम्मीदवारों के ऐलान में जुटा अकाली दल

अकाली दल 2022 के पंजाब विधानसभा चुनाव के लिए 13 सूत्रीय एजेंडा ऐलान के बाद अब रविवार को रामपुरा फूल से पूर्व मंत्री सिकंदर सिंह मलूका, बठिंडा देहाती से प्रकाश भट्टी और भुच्चो से दर्शन सिंह कोटफत्ता को पार्टी प्रत्याशी घोषित किया है. वहीं, कांग्रेस अपनी अंतर्कलह से बाहर नहीं निकल पा रही है.

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सुखबीर बादल और कैप्टन अमरिंदर सिंह
सुखबीर बादल और कैप्टन अमरिंदर सिंह
स्टोरी हाइलाइट्स
  • कांग्रेस में गुटबाजी थमने का नाम नहीं ले रही
  • सिद्धू और कैप्टन में कब खत्म होगा घमासान?

पंजाब में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस में प्रदेश अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू और मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के बीच सियासी वर्चस्व की जंग तेज है. वहीं, शिरमणी अकाली दल ने सत्ता में वापसी के लिए अपने अभियान को तेज कर दिया है. अकाली दल के प्रमुख सुखबीर बादल 2022 के लिए उम्मीदवारों के नाम की घोषणा शुरू कर दी है जबकि कांग्रेस अंतर्कलह से जूझ रही है. 

सुखबीर बादल ने 2022 के विधानसभा चुनाव के लिए 13 सूत्रीय एजेंडा ऐलान के बाद अब रविवार को रामपुरा फूल से पूर्व मंत्री सिकंदर सिंह मलूका, बठिंडा देहाती से प्रकाश भट्टी और भुच्चो से दर्शन सिंह कोटफत्ता को पार्टी प्रत्याशी घोषित किया है. हालांकि, पूर्व मंत्री मलूका ने रामपुरा फूल से चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया है और उन्होंने अपने बेटा को चुनाव लड़ाने की जुगत में है. 

पंजाब में अकाली दल और बसपा मिलकर चुनाव लड़ रही है. प्रदेश की 117 विधानसभा सीटों में से 97 सीटों पर अकाली दल चुनावी तो 20 सीटों पर बसपा अपने उम्मीदवारों पर किस्मत आजमाएगी. ऐसे में अकाली दल ने अपने कोटे की सीटों पर नामों की घोषणा शुरू कर दी है. अकाली दल ने पहली फेहरिश्त में अभी सिर्फ तीन उम्मीदवारों के नाम का ऐलान किया है. 

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भुच्चो मंडी विधानसभा क्षेत्र से पूर्व विधायक दर्शन सिंह कोटफत्ता को उम्मीदवार बनाने का ऐलान किया गया है. जबकि वे बठिंडा देहाती क्षेत्र से चुनाव लड़ने के इच्छुक थेय यहां से दो बार वह चुनाव लड़ चुके हैं, लेकिन पिछले विधानसभा चुनाव के समय उनको यहां से मलोट भेज दिया गया था. वहां पर वे चुनाव हार गए थे. 2022 में  वो बठिंडा देहाती क्षेत्र में चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे थे, लेकिन उनका क्षेत्र फिर से बदल दिया गया है. पार्टी ने उन्हें बठिंडा देहात के बजाय भुच्चो मंडी से उम्मीदवार घोषित किया है. 

बठिंडा देहात क्षेत्र से पिछले विधानसभा चुनाव में अकाली दल ने अमित रतन कोटफत्ता को टिकट दिया गया था, लेकिन वह चुनाव हार गए थे. इसके बाद उन पर भ्रष्टाचार के आरोप लगने के बाद पार्टी ने उन्हें निष्कासित कर दिया था, पर अब बठिंडा देहात क्षेत्र से प्रकाश सिंह भट्टी को उम्मीदवार बनाया गया है. वह पहले कोटकपूरा नगर सुधार ट्रस्ट के चेयरमैन रह चुके हैं और कांग्रेस के टिकट पर भी चुनाव लड़ चुके हैं. इसके बाद में वह अकाली दल में शामिल हो गए थे और अब बठिंडा देहाती हलके से उनको उम्मीदवार बनाया गया है. 

रामपुरा फूल विधानसभा सीट से अकाली दल ने पूर्व मंत्री सिकंदर सिंह मलूका के नाम की घोषणा की है, जिसके बाद नया मोड़ आ गया है. मलूका ने रामपुरा फूल से चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया है. रामपुरा सीट से वो अपने बेटा गुरप्रीत सिंह मलूका को चुनाव लड़ाना चाहते हैं. ऐसे में अब पार्टी के शीर्ष नेतृत्व के पाले में उन्होंने गेंद डाल दी है.

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अकाली दल 2022 के चुनाव के लिए अपने उम्मीदवारों के नामों का ऐलान करने में जुटी है तो सत्ताधारी कांग्रेस गुटबाजी से बाहर निकल नहीं पा रही है. कांग्रेस में कैप्टन अमरिंदर सिंह और नवजोत सिंह सिद्धू के बीच सियासी वर्चस्व की जंग खत्म होने का नाम नहीं ले रही है जबकि शीर्ष नेतृत्व कई बार तमाम नेताओं के साथ बैठक कर सुलह-समझौते के फॉर्मूला निकाला फिर शांत होने का नाम नहीं ले रहा है. 

 

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