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शरीर को जंजीरों में जकड़ कर आम आदमी पार्टी में शामिल हुआ अकाली काउंसलर

साकिब अली उर्फ राजा तीन बार मलेरकोटला के अकाली दल की ओर से काउंसलर रहे हैं और एक बार नगर काउंसिल के अध्यक्ष भी रह चुके हैं. अब अनोखे तरके से आम आदमी पार्टी में शामिल हुए हैं.

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खुद को ज़ंज़ीरों में जकड़ कर AAP में शामिल हुए
खुद को ज़ंज़ीरों में जकड़ कर AAP में शामिल हुए
स्टोरी हाइलाइट्स
  • हाथों, गले और पैरों में जंजीर डालकर शहर में पैदल चले
  • कहा- मलेरकोटला पिछले 20 सालों से गुलामी की जिंदगी जी रहा है

पंजाब (Punjab Assembly Election) में चुनावी सरगर्मियां काफी तेज़ हैं. पार्टियों ने अपने-अपने कैंडिडेट उतारने शुरू कर दिए हैं, साथ ही असंतुष्ट नेताओं का दल-बदल करना भी शुरू हो गया है. यही नहीं, नेता खुद को चमकाने के लिए अलग-अलग तरह के प्रचार के तरीके अपना रहे हैं. ताजा मामला पंजाब के मलेरकोटला जिले का है, जहां अकाली दल के काउंसलर अकाली दल (Akali Dal) छोड़कर आम आदमी पार्टी (Aam Aadmi Party) में शामिल हुए, लेकिन जंजीरों में जकड़ कर. 

सफेद कपड़े पहने और जंजीरों में जकड़ कर चल रहे इस शख्स को ध्यान से देखिए. आपको लग रहा होगा कि कोई कुख्यात अपराधी होगा जिसको बेड़ियों में जकड़ कर लोग बाजार मैं जुलूस निकाल रहे हैं. लेकिन इसके पीछे देशभक्ति की धुन भी चल रही है. असल में, यह जनाब हैं साकिब अली उर्फ राजा.

साकिब मलेरकोटला से अकाली दल के लगातार 4 बार काउंसलर रहे हैं और एक बार नगर काउंसिल के अध्यक्ष भी रहे हैं. यह अब आम आदमी पार्टी में शामिल होने जा रहे हैं. AAP में शामिल होने के लिए इन्होंने यह अनोखा तरीका अपनाया. 

इन्होंने सिर से लेकर पांव तक खुद को जंजीरों में जकड़ा और फिर मलेरकोटला शहर के बीचों-बीच होते हुए, देश भक्ति की धुन पर आगे बढ़ते गए. इनका मानना है कि मलेरकोटला पिछले 20 सालों से जंजीरों में जकड़ा हुआ है. देश 1947 में आजाद हो गया, लेकिन मलेरकोटला अभी तक नहीं हुआ है. 20 साल इसलिए क्योंकि यहां पर लगातार कांग्रेस का कब्जा रहा है. 

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अब वह आम आदमी पार्टी में शामिल हुए हैं और उनको लगता है कि मलेरकोटला अब जंजीरों से आजाद होगा, इसलिए उन्होंने अपने आप को जंजीरों में जकड़ कर यह संदेश दिया कि कैसे मलेरकोटला के लोग एक गुलामी की जिंदगी जी रहे हैं.


  

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