लोकसभा चुनाव के बीच असदुद्दीन ओवैसी मुसलमानों को एकजुट करने में जुटे हैं. उन्होंने उनसे पूछा कि वो कब तक बीजेपी को मौका देंगे कि मंदिर मस्जिद के नाम पर नफरतों की दीवारों को वो उठाते रहें. आखिर कब तक भारत के लोग इन लोगों को मौका देंगे कि ये लोग दो महजब के लोगों को लड़वाते रहें.