लोकसभा चुनावों से पहले पंजाब कांग्रेस में खींचतान शुरू हो गई है. फिल्लौर सीट से कांग्रेस विधायक विक्रमजीत सिंह चौधरी ने पंजाब विधानसभा में पार्टी के मुख्य सचेतक पद से अपना इस्तीफा दे दिया है. पार्टी सूत्रों के मुताबिक उन्होंने अपना इस्तीफा कांग्रेस विधायक दल (CLP) के नेता प्रताप सिंह बाजवा को भेज दिया है. बताया जा रहा है कि चौधरी ने पूर्व मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी की उम्मीदवारी का विरोध किया है. दरअसल, चन्नी का नाम जालंधर लोकसभा सीट के लिए सामने आ रहा था.
बता दें कि विक्रमजीत चौधरी ने 2022 के पंजाब विधानसभा चुनावों के दौरान चमकौर साहिब और भदौर दोनों विधानसभा क्षेत्रों से पूर्व मुख्यमंत्री चन्नी की चुनावी हार की तरफ पहले ही इशारा कर दिया था. यहां बताते चलें कि कांग्रेस ने अभी तक लोकसभा चुनाव के लिए पंजाब में उम्मीदवारों की घोषणा नहीं की है.
उपचुनाव हार गई थीं विक्रमजीत की मां
विक्रमजीत चौधरी दो बार कांग्रेस से सांसद संतोख चौधरी के बेटे हैं, जिनकी पिछले साल जनवरी में राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा के दौरान मौत हो गई थी. विक्रमजीत की मां करमजीत कौर हुए जालंधर संसदीय उपचुनाव में हार गईं थीं. उन्हें AAP उम्मीदवार सुशील रिंकू ने हराया था.
दोनों सीटों पर चुनाव हार गए थे चन्नी
बता दें कि पंजाब में 2022 के विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी ने पूर्ण बहुमत के साथ सरकार बनाई थी. तब तत्कालीन कांग्रेस सरकार के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी दोनों सीटों (चमकौर साहिब और भदौर) से चुनाव हार गए थे. चन्नी भदौर सीट पर 37,558 वोटों से तो वहीं चमकौर साहिब में 7,942 वोटों से हार गए थे. 117 सीटों वाली पंजाब विधानसभा में AAP ने 92 सीटों पर जीत दर्ज की थी. AAP के सीएम कैंडिडेट भगवंत मान 58 हजार से ज्यादा वोटों से जीते थे.