लोकसभा चुनाव की तैयारियों को लेकर राजस्थान के कोटा में हो रही पदाधिकारी और कार्यकर्ताओं की बैठक में हंगामा हो गया. कांग्रेस ने कोटा-बूंदी लोकसभा सीट से प्रह्लाद गुंजल को अपना उम्मीदवार बनाया है. वो हाल ही में बीजेपी छोड़कर कांग्रेस में शामिल हुए हैं. कांग्रेस में शामिल होने के बाद उन्होंने कार्यालय में आयोजित बैठक में भाग लिया, जहां प्रह्लाद सिंह पटेल से उनका मतभेद हो गया.
कांग्रेस उम्मीदवार प्रह्लाद गुंजल ने मंच पर कहा कि हमारे बीच (मेरे और शांति धारीवाल ) जो पक्ष-विपक्ष में रहते हुए मतभेद या विरोधाभास थे. वो अब खत्म हो गए हैं.
इसके बाद शांति धारीवाली मंच पर कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहते हैं तो क्या मैं मानकर चलूं कि अपने मेरे ऊपर जो आरोप लगाए थे. वो सभी गलत थे. इसके बाद वहां मौजूद प्रह्लाद गुंजल के समर्थक शांति धारीवाल के विरोध में नारेबाजी कर देते हैं.
'आपको रहना होगा सेक्युलर'
कांग्रेस नेता प्रह्लाद गुंजल से आगे कहते हैं कि अब आप कांग्रेस में आ गए हैं, कांग्रेस की विचारधारा था सेकुलर है. उसको आपको अपनाना पड़ेगा. कांग्रेस की पहली शर्त यही है कि व्यक्ति सेक्युलर होना चाहिए और ये आपको चुनाव में लोगों को दिखाना पड़ेगा. यहां हिंदू-मुस्लिम नहीं चलता. मैं आपसे फिर निवेदन कर रहा हूं कि अब तक आपका जो काम रहा है वो संप्रदायिकता का है, लेकिन अब आपको उसे बदलना पड़ेगा. हमारे आगे बहुत बड़ा मिशन है, जिन्होंने कोटा में बैठक विकास के हर काम को रोका है.
यह भी पढ़ें: 'कांग्रेस के झंडे के साथ चुनाव लड़ूंगा और पूर्णिया से ही लड़ूंगा...', पप्पू यादव ने किया ऐलान
इस पर प्रह्लाद गुंजल ने कांग्रेस नेता को टोकते हुए कहा कि नहीं, आप ये गलत कह रहे हैं. मैंने भारतीय जनता पार्टी में रहते हुए भी कभी संप्रदायिकता को नहीं बढ़ाया और आप जैसे वरिष्ठ नेता को मंच से ऐसी बातें नहीं कहनी चाहिए.
पुरानी है दोनों की अदावत
प्रहलाद गुंजल और शांति धारीवाल की अदावत काफी पुरानी है. दोनों एक-दूसरे के धुर विरोधी है. गुंजल जब बीजेपी में थे तो उन्होंने कांग्रेस नेता पर कई बार निशाना साधा था और भ्रष्टाचार का आरोप लगाया था. अब जब वो बीजेपी से नाता तोड़कर कांग्रेस में पहुंच गए हैं तो भी दोनों की अदावत कम नहीं हुई है.
यह भी पढ़ें: राजस्थान से कोलकाता ले जा रहे थे 8 करोड़ की ब्राउन शुगर, इंदौर में ससुर-दामाद गिरफ्तार
ओम बिड़ला के खिलाफ लड़ रहे हैं चुनाव
आपको बता दें कि बीजेपी का दामन छोड़ने के बाद प्रह्लाद गुंजल को कांग्रेस ने कोटा-बूंदी लोकसभा सीट से चुनावी मैदान में उतारा है, जबकि बीजेपी ने इस सीट से अपने वरिष्ठ नेता और लोकसभा स्पीकर ओम बिड़ला को अपना उम्मीदवार घोषित किया है.