मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप में कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी के पति रॉबर्ट वाड्रा से ईडी ने बुधवार को पांच घंटे तक पूछताछ की. वहां तीन अफसरों ने वाड्रा से 24 से अधिक सवाल किए. रॉबर्ट वाड्रा को ईडी दफ्तर के गेट तक प्रियंका गांधी छोड़ने के लिए गईं. वहां से प्रियंका सीधे कांग्रेस मुख्यालय पहुंच गईं और महासचिव का पदभार संभाला. इस बीच पत्रकारों ने उन्हें घेर लिया. रॉबर्ट वाड्रा के सवाल पर उन्होंने कहा कि पूरी दुनिया को पता है कि क्या हो रहा है. वहीं महासचिव बनने पर उन्होंने कहा कि मैं बहुत खुश हूं कि राहुल जी ने ये जिम्मेदारी मुझे सौंपी है.
कांग्रेस मुख्यालय में कुछ देर तक लोगों से मिलने के बाद प्रियंका गांधी अपने घर पहुंच गईं. इससे पहले प्रियंका ईडी के दफ्तर तक अपने पति रॉबर्ट वाड्रा को छोड़ने के लिए पहुंची थीं. इससे साफ संकेत था कि कांग्रेस पार्टी पूरी तरह रॉबर्ट वाड्रा के पीछे खड़ी है.

गौरतलब है कि पेशी के लिए वाड्रा कल ही अमेरिका से लौटे हैं. सूत्रों के मुताबिक वाड्रा लंदन में अपनी मां का इलाज करा रहे थे और फिर वहां से अमेरिका गए थे. मनी लॉन्ड्रिंग केस में वाड्रा अग्रिम जमानत पर हैं. वाड्रा ने गिरफ्तारी की आशंका के बाद पटियाला हाउस कोर्ट में अग्रिम जमानत की अर्जी लगाई थी. कोर्ट ने 16 फरवरी तक गिरफ्तारी से राहत भी दी है. वाड्रा मोदी सरकार पर बदले की भावना से कार्रवाई का आरोप लगा रहे हैं तो बीजेपी कानून के राज की दुहाई दे रही है.
#WATCH: Congress General Secretary for eastern Uttar Pradesh Priyanka Gandhi Vadra arrives at Congress Headquarters in Delhi. Earlier today she had accompanied her husband Robert Vadra to Enforcement Directorate Office & left soon after. pic.twitter.com/2RDbaHG5JV
— ANI (@ANI) February 6, 2019
रॉबर्ट वाड्रा के खिलाफ लंदन में संपति खरीद में मनी लॉन्ड्रिंग का आरोप है. ये प्रॉपर्टी 19 लाख पाउंड में खरीदी गई है. आरोप है भगोड़े हथियार कारोबारी संजय भंडारी ने इस प्रॉपर्टी को खरीदी और 2010 में इसे इसी कीमत पर वाड्रा को बेच दी. ईडी ने हाल में ही वाड्रा के सहयोगी मनोज अरोड़ा को गिरफ्तार किया था. इसी गिरफ्तारी के बाद वाड्रा पर शिकंजा कसने की अटकलें लगाई जा रही थीं.
आज वाड्रा की पेशी के पहले कांग्रेस पार्टी के दफ्तर के बाहर लगे प्रियंका और रॉबर्ट की तस्वीर वाले पोस्टरों ने मामले को फिर राजनीतिक रंग दे दिया. कांग्रेस ने सीधे-सीधे इसे बदले की कार्रवाई बताया है. रॉबर्ट वाड्रा ने खुद को कानून को मानने वाला व्यक्ति बताते हुए ईडी के सामने पेश होने और जांच में सहयोग करने की बात कही थी, लेकिन कांग्रेस का आरोप है कि बीजेपी जानबूझ कर चुनावी मौसम में वाड्रा को निशाना बना रही है. दूसरी तरफ बीजेपी का तर्क है कि कानूनी प्रक्रिया है, इसमें सरकार का कोई दखल नहीं है.