समाजवादी पार्टी (सपा) के नेता आजम खान और उनके बेटे अब्दुल्ला आजम खान के खिलाफ आपत्तिजन बयान के लिए एफआईआर दर्ज कराई गई है. बता दें कि अब्दुल्ला आजम खान ने जया प्रदा पर निशाना साधते हुए उनके लिए 'अनारकली' शब्द का इस्तेमाल किया था, तो वहीं आजम खान महागठबंध की रैली में पीएम नरेंद्र मोदी और सीएम योगी आदित्यनाथ के खिलाफ आपत्तिजनक बयान दिया.
जया प्रदा के लिए 'अनारकली' शब्द के इस्तेमाल को लेकर अब्दुल्ला आजम खान पर धारा 171जी (चुनाव के संबंध में गलत बयान) और लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम 1950, 1951, 1989 उप-धारा:125 के तहत FIR दर्ज हुई है.
वहीं, अखिलेश और मायावती की मौजूदगी में रामपुर में हुई महागठबंधन रैली में आजम खान के बयान को लेकर एफआईआर दर्ज की गई है. आजम खान के खिलाफ धारा 153-ए (धर्म, भाषा, नस्ल वगैरह के आधार पर लोगों में नफरत फैलाने की कोशिश और बढ़ावा देना) और धारा 171 एफ के तहत एफआईआर दर्ज की गई है.
शनिवार को महागठबंधन की रैली में आजम खान ने पीएम मोदी और सीएम योगी पर निशाना साधते हुए कहा था, 'तुमने तो टोपी पर हाथ मारा था. इधर जाकर गिरी थी, फिर क्यों मस्जिद में जागर पगड़ी बांधी, तुम मौकापरस्त हो, धोखेबाज हो, फरेबी हो. उर्दू गेट गिरा दिया, ये तो कोई राक्षस भी नहीं करता- बदला लो!'
जबकि, आजम खान के बेटे अब्दुल्ला आजम ने रामपुर में जनसभा को संबोधित करते हुए कहा था, 'अली भी हमारे, बजरंगबली भी हमारे. हमें अली चाहिए और बजरंग बली भी चाहिए, लेकिन अनारकली नहीं चाहिए.'
FIR कॉपी
अब्दुल्ला के इस बयान पर जया प्रदा ने पलटवार करते हुए कहा, 'समझ नहीं पा रही हूं कि इस पर हंसूं या रोऊं. जैसा बाप-वैसा बेटा. अब्दुल्ला से ऐसी उम्मीद नहीं थी. मुझे लगा वे पढ़े लिखे हैं, लेकिन वे भी उसी परिवार से हैं, इसलिए उन्हें नहीं पता कि महिलाओं की कैसे कद्र करते हैं.'
जया प्रदा ने आगे कहा, 'यह बयान जया प्रदा को लेकर नहीं है, उन्होंने (आजम खान) देश की महिलाओं से अनारकली की तरह ही बर्ताव किया है. वे इस देश की महिलाओं को नाचने वाली समझते हैं. भारत की महिलाएं पिता-पुत्र को करारा जवाब देंगी जिससे इनके मुंह बंद हो जाएंगे.'
बता दें कि इससे पहले सपा नेता आजम खान ने भी जया प्रदा पर एक आपत्तिजनक बयान दिया था, जिस पर चुनाव आयोग ने कार्रवाई करते हुए आजम खान के चुनाव प्रचार पर 72 घंटे की रोक लगाई थी. आजम ने जनसभा के दौरान जया प्रदा पर निशाना साधते हुए कहा था, 'जिसको हम उंगली पकड़कर रामपुर लाए, आपने 10 साल जिनसे प्रतिनिधित्व कराया...उसकी असलियत समझने में आपको 17 साल लगे, मैं 17 दिन में पहचान गया कि इनका.... खाकी रंग का है.'
गौरतलब है कि जया प्रदा हाल में बीजेपी में शामिल हुई हैं. बीजेपी में आने के बाद पार्टी ने उन्हें रामपुर लोकसभा सीट से चुनाव लड़ाने का फैसला किया.
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