पाकिस्तान में जन्मी एक महिला 16 साल बाद इस बार होने वाले लोकसभा चुनाव में अपने मत का इस्तेमाल करेगी. भारतीय नागरिक से शादी के बाद से ही पाकिस्तानी महिला भारत में रह रही है.
दरअसल, ताहिरा मकबूल का जन्म पाकिस्तान में हुआ था लेकिन 2003 में भारतीय नागरिक से शादी होने के बाद वो भारत में बस गई. ताहिरा 16 साल बाद पहली बार लोकसभा चुनाव में अपने मताधिकार का इस्तेमाल करेगी. 37 वर्षीय ताहिरा मकबूल 12 मई को गुरदासपुर लोकसभा सीट पर होने वाले चुनाव में अपने मताधिकार का इस्तेमाल करेंगी. ताहिरा मकबूल ने कहा कि यह पल 16 साल बाद आएगा, जब वह पहली बार भारत के आम चुनाव में अपने पसंद के उम्मीदवार को वोट देंगी.
ताहिरा ने कहा कि मैं सरकार की कठोर नीतियों की वजह से पाकिस्तान में कभी वोट नहीं डाल पाई. मेरा वोट डालने का ख्वाब 13 साल के लंबे इंतजार के बाद 2017 के पंजाब विधानसभा चुनाव में खत्म हुआ जब मैंने पहली बार अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया. अब मैं पहली बार संसदीय चुनाव में अपने मताधिकार का इस्तेमाल करूंगी.
ताहिरा मकबूल ने कहा कि यह मेरा हक है. मैं पक्के तौर पर उस उम्मीदवार को वोट दूंगी जो भारत को ऊंचाइयों पर ले जाने की क्षमता रखता हो.
ताहिरा मबकूल दिसंबर 2003 में पाकिस्तान के फैसलाबाद से भारत आई थीं और भारतीय नागरिक मकबूल अहमद के साथ शादी के बाद गुरदासपुर के छोटे से शहर कादियान में बस गई थी. बहरहाल वह अब भारतीय नागरिक के साथ-साथ तीन बच्चों की मां भी हैं.
ताहिरा को यहां शादी के बाद पेश आई परेशानियां बखूबी याद हैं. उन्होंने कहा कि मुझे करीब आठ महीने बाद भारतीय वीजा मिला और यह 13 साल में 13 बार बढ़ाया गया. यह एक बड़ी चुनौती थी क्योंकि कई पाबंदियों का पालन करना मुश्किल था जिनमें कई शहरों में सीमित पहुंच थी और अमृतसर जाने के लिए इजाजत लेने होती थी. ताहिरा मकबूल ने 2011 में भारतीय संविधान के प्रति वफादार रहने की कसम खाई और अन्य कानूनी औपचारिकताएं पूरी की थी. जिसके पांच साल बाद, अप्रैल 2016 में उनका नाम मतदाता सूची में शामिल किया गया.
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