बिहार की बांका लोकसभा सीट पर दूसरे चरण में 18 अप्रैल को वोट डाले जाएंगे. यहां से इस बार 20 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं. यहां से कुल 31 नामांकन पत्र दाखिल किए गए थे. बांका लोकसभा सीट की मतगणना 23 मई को होगी और चुनाव नतीजे घोषित किए जाएंगे. पिछली बार इस सीट से आरजेडी प्रत्याशी जय प्रकाश नारायण यादव ने चुनावी जंग जीती थी.
चुनाव आयोग के मुताबिक इस बार बिहार की बांका लोकसभा सीट से जनता दल युनाइटेड के टिकट से गिरिधारी यादव, राष्ट्रीय जनता दल के टिकट से जय प्रकाश नारायण यादव, बहुजन समाज पार्टी से मोहम्मद राफिक आलम, प्रगतिशील समाजवादी पार्टी लोहिया से कैलाश प्रसाद सिंह, भारतीय दलित पार्टी से नीलू देवी, भारतीय मोमिन फ्रंट से फेसल अंसारी और झारखंड मुक्ति मोर्चा से राजकिशोर प्रसाद चुनाव लड़ रहे हैं.
इसके अलावा अमरजीत कुमार, उमाकांत यादव, एम. पी. यादव, नरेश यादव, पवन ठाकुर, पुतुल कुमारी, प्रमोद सिंह वेलडन, प्रवीन कुमार झा, मनोज कुमार साह, मृत्युंजय रॉय, मोहम्मद मुख्तार आलम, संजीव कुमार कुणाल और सईद आलमदार हुसैन बतौर निर्दलीय चुनाव मैदान में हैं.
बांका लोकसभा सीट से 2014 के चुनाव में आरजेडी प्रत्याशी जय प्रकाश नारायण यादव को जीत मिली थी. उन्होंने 2 लाख 85 हजार 150 वोट हासिल किए थे और करीबी प्रत्याशी पुतुल कुमारी को हराया. पुतुल कुमारी ने यह चुनाव तो निर्दलीय लड़ा था, लेकिन बाद में बीजेपी ज्वॉइन कर ली थी. इस चुनाव में पुतुल कुमारी को 2 लाख 75 हजार 6 वोट प्राप्त हुए थे.
अगर प्रतिशत की बात करें, तो प्रकाश नारायण यादव को 31.71 फीसदी और पुतुल कुमारी को 30.58 प्रतिशत वोट मिले थे. पुतुल कुमारी पूर्व केंद्रीय मंत्री स्व. दिग्विजय सिंह की धर्मपत्नी हैं. इस चुनाव में 9 हजार 7 सौ 53 लोगों ने नोटा बटन दबाया था.
बांका बिहार के 40 लोकसभा क्षेत्रों में एक है. साल 2011 की जनगणना के अनुसार बांका संसदीय क्षेत्र की कुल जनसंख्या 20 लाख 34 हजार 763 है. इसका प्रशासनिक प्रभाग भागलपुर मंडल में आता है. बिहार में आरजेडी का अच्छा वोट बैंक है, लेकिन नीतीश कुमार सरकार के खिलाफ कोई सत्ता विरोधी लहर नहीं दिख रही है. हालांकि बिहार में नीतीश के एनडीए में शामिल होने से चुनावी समीकरण जरूर बदले हैं.
बांका संसदीय क्षेत्र में कुल छह विधानसभा सीटे हैं, जिनमें सुल्तानगंज, अमरपुर, धोरैया, बांका, कटोरिया और बेलहर विधानसभा सीटें आती हैं. धोरैया विधानसभा सीट अनुसूचित जाति (एससी) और कटोरिया विधानसभा सीट अनुसूचित जनजाति (एसटी) के लिए सुरक्षित है. बिहार के बांका जिले में एसटी की आबादी 75 हजार से ज्यादा है. बांका संसदीय इलाका 3,020 वर्ग किमी के दायरे में फैला हुआ है. यहां 11 प्रखंड और 2 नगर निगम हैं. इस क्षेत्र में 2 हजार गांव आते हृं और साक्षरता 58.17 प्रतिशत है.
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