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Sikkim Election: सिक्किम में लोकसभा के साथ ही होंगे विधानसभा चुनाव, 11 अप्रैल को वोटिंग

Sikkim Assembly Election चुनाव आयोग ने राज्य के विधानसभा चुनाव की घोषणा कर दी है. सत्तारूढ़ सिक्किम डेमोक्रेटिक फ्रंट (एसडीएफ) एक बार फिर राज्य में वापसी की कोशिशों में लगी है. राज्य के मुख्यमंत्री पवन कुमार चामलिंग पांच बार यहां के मुख्यमंत्री रह चुके हैं और छठी बार मैदान में उतरेंगे.

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assembly elections in Sikkim
assembly elections in Sikkim

लोकसभा चुनावों के साथ सिक्किम विधानसभा के लिए चुनावों की तारीखों का ऐलान हो चुका है. लोकसभा के साथ ही राज्य में विधानसभा के लिए 11 अप्रैल 2019 को मतदान होंगे. पिछली बार सिक्किम में विधानसभा चुनाव 12 अप्रैल 2014 को हुए थे. राज्य में 32 विधानसभा सीटें हैं. बहुमत के लिए 17 सीटें जीतना जरूरी है. इनमें से सिक्किम डेमोक्रेटिक फ्रंट ने 22 और सिक्किम क्रांतिकारी मोर्चा ने 10 सीटें जीती थीं. अभी सिक्किम डेमोक्रेटिक फ्रंट के पवन कुमार चामलिंग राज्य के मुख्यमंत्री हैं.

चुनाव आयोग द्वारा रविवार को लोकसभा चुनाव कार्यक्रम घोषित करने के साथ ही देश में चुनाव आचार संहिता तत्काल प्रभाव से लागू हो गई है. मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि 17वीं लोकसभा के गठन के लिए सात चरण में 11 अप्रैल से 19 मई तक होने वाले चुनाव के मद्देनजर देश में चुनाव आचार संहिता तत्काल प्रभाव से लागू हो गई है. लोकसभा चुनाव के लिए सातों चरण के मतदान के बाद 23 मई को मतगणना होगी. चुनाव आयुक्तों अशोक लवासा और सुशील चंद्रा के साथ संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में मुख्य चुनाव आयुक्त ने बताया कि 543 लोकसभा सीटों पर होने वाले चुनाव में इस बार प्रत्येक मतदान केंद्र पर वीवीपेट युक्त ईवीएम का इस्तेमाल किया जाएगा. इससे पहले प्रत्येक सीट के किसी एक मतदान केंद्र पर EVM के साथ वीवीपेट का इस्तेमाल किया जा रहा था. वीवीपेट की मदद से मतदाता को उसके मतदान की पर्ची देखने को मिलती है.

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चुनाव कार्यक्रम की जानकारी देते हुए अरोड़ा ने बताया कि आंध्र प्रदेश, अरुणाचल प्रदेश, ओडिशा और सिक्किम में विधानसभा चुनाव, लोकसभा चुनाव के साथ ही होंगे. इन राज्यों में विधानसभा का कार्यकाल अगले कुछ महीनों में पूरा होगा. उन्होंने स्पष्ट किया कि जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव, लोकसभा चुनाव के साथ नहीं होंगे. अरोड़ा ने बताया कि आगामी लोकसभा चुनाव के पहले चरण के लिए 11 अप्रैल को होने वाले मतदान की अधिसूचना 18 मार्च को जारी की जाएगी. समूची चुनाव प्रक्रिया 27 मई को संपन्न करने का लक्ष्य तय किया गया है.

बता दें कि चुनाव आयोग ने राज्य के विधानसभा चुनाव की घोषणा कर दी है. सत्तारूढ़ सिक्किम डेमोक्रेटिक फ्रंट (एसडीएफ) एक बार फिर राज्य में वापसी की कोशिशों में लगी है. राज्य के मुख्यमंत्री पवन कुमार चामलिंग पांच बार यहां के मुख्यमंत्री रह चुके हैं और छठी बार मैदान में उतरेंगे. चीन, नेपाल, भूटान और तिब्बत की सीमा से लगे भारत के पूर्वोत्तर राज्य सिक्किम की आबादी करीब 6 लाख 48 हजार है. अभी तक मौजूद आंकड़ों के मुताबिक यहां पर मतदाताओं की संख्या 3 लाख 70 हजार 769 है, जिसमें से महिला वोटरों की संख्या एक लाख 79 हजार 753 और पुरुष वोटरों की संख्या एक लाख 91 हजार 10 है. 32 सदस्यीय सिक्किम विधानसभा में वर्तमान में सिक्किम डेमोक्रेटिक फ्रंट का दबदबा कायम है.

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गौरतलब है कि यह पार्टी पिछले 25 साल से सत्ता पर काबिज है. इससे पहले इस राज्य में सिक्किम संग्राम परिषद का अच्छा खासा प्रभाव था. फिलहाल सिक्किम डेमोक्रेटिक फ्रंट का 22 विधानसभा सीटों पर कब्जा है, जबकि सिक्किम क्रांतिकारी मोर्चा के 10 विधायक हैं. साल 2009 में सिक्किम डेमोक्रेटिक फ्रंट ने सूबे की सभी 32 सीटों पर जीत दर्ज की थी और सभी राजनीतिक पार्टियों का पत्ता साफ कर दिया था. वर्तमान में यहां के मुख्यमंत्री पवन चामलिंग हैं और राज्यपाल गंगा प्रसाद हैं. 7,096 वर्ग किलोमीटर भूभाग में फैले सिक्किम राज्य की राजधानी गंगटोक है.

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