देश में लोकसभा चुनावों के साथ चार राज्यों में विधानसभा चुनावों के तारीखों की भी घोषणा हो गई है. इनमें आंध्र प्रदेश विधानसभा के लिए होने वाला चुनाव भी शामिल है. आंध्र प्रेदश में 175 सीटों के लिए 11 अप्रैल 2019 को मतदान होंगे. लोकसभा चुनाव और विधानसभा दोनों के लिए एक ही दिन मतदान होंगे. राज्य में इस समय टीडीपी सत्ता में है और चंद्रबाबू नायडू मुख्यमंत्री हैं. इस बार के विधानसभा चुनावों में टीडीपी को वाईएसआर कांग्रेस से कड़ी टक्कर मिलने वाली है.
मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा ने दिल्ली में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि चुनाव की तारीखों में फसल की कटाई और परीक्षाओं का भी ध्यान रखा गया है ताकि किसी को दिक्कत न आए. उन्होंने कहा कि चुनाव को लेकर आयकर विभाग से भी चर्चा की गई है. इस बार 84 मिलियन वोटर और बढ़े हैं और कुल 90 करोड़ लोग इस बार वोट डालने जा रहे हैं. 18-19 साल के डेढ़ करोड़ वोटर हैं. अरोड़ा ने कहा कि पोलिंग स्टेशन पर पानी, शौचालय और बिजली के इंतेजाम भी किए गए हैं. साथ ही इस चुनाव में भी NOTA का इस्तेमाल होगा और सभी बूथों पर ईवीएम के साथ वीवीपैट लगाए जाएंगे.
बहरहाल, आंध्र प्रदेश विधानसभा में टीडीपी के पास 103, बीजेपी के 4 जबकि वाईएसआर कांग्रेस के पास 66 सीटें हैं. चंद्र बाबू नायडू के सामने अपनी पार्टी टीडीपी को विधानसभा में जीत दिलाने के साथ लोकसभा चुनावों में कामयाबी हासिल करने की चुनौती होगी. कुछ दिन पहले तेलंगाना में हुए विधानसभा चुनावों में टीडीपी और कांग्रेस ने गठबंधन में चुनाव लड़ा था. हालांकि तेलंगाना राष्ट्र समिति सरकार बनाने में सफल रही थी.
चुनाव आयोग आज शाम 5 बजे लोकसभा और विधानसभा चुनावों का ऐलान कर सकता है. दिल्ली के विज्ञान भवन में मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगे. सूत्रों के मुताबिक, लोकसभा चुनाव 7-8 चरणों में होंगे. पहले चरण का चुनाव 10 अप्रैल को हो सकता है. पिछली बार की ही तरह इस बार भी 16 मई को वोटों की गिनती की जा सकती है. सबसे अधिक 80 सीटों वाले उत्तर प्रदेश में 7-8 चरणों, बिहार और पश्चिम बंगाल में 5-6 चरणों में चुनाव हो सकते हैं. पूर्वोत्तर के राज्यों समेत छोटे राज्यों में एक ही चरण में चुनाव हो सकते हैं. इसके अलावा नक्सल प्रभावित प्रदेशों जैसे- छत्तीसगढ़, झारखंड में 3-4 चरणों में चुनाव हो सकता है.