उत्तर प्रदेश इलेक्शन वॉच और एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (ADR) ने उत्तर प्रदेश लोकसभा चुनाव के पहले चरण में 96 उम्मीदवारों के शपथपत्रों का विश्लेषण किया है जो सहानपुर, कैराना, मुजफ्फरनगर, बिजनौर, मेरठ, बागपत, गाजियाबाद, गौतम बुद्ध नगर निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव लड़ रहे हैं. अगर आपराधिक मामले की बात करें तो 96 में से 24 उम्मीदवारों ने अपने ऊपर आपराधिक मामले घोषित किए हैं, जबकि गंभीर आपराधिक मामलों की संख्या 17 (18 प्रतिशत) है.
इसी तरह करोड़पति उम्मदीवारों की बात करें तो 96 में से 39 (41 प्रतिशत) उम्मीदवारों की संपत्ति एक करोड़ और इससे ज्यादा है. इसमें बीजेपी, कांग्रेस, बीएसपी (100 प्रतिशत) के सभी उम्मीदवार करोड़पति हैं. सबसे ज्यादा संपत्ति बिजनौर से बीएसपी उम्मीदवार मलूक नागर की है, जिन्होंने अपनी संपत्ति करीब 250 करोड़ रुपए बताई है. इसी तरह औसतन संपत्ति के मामले में पहले चरण में उम्मीदवारों की औसतन संपत्ति 5.56 करोड़ है.
पहले चरण के मतदान में 40 उम्मीदवारों ने अपनी देनदारी घोषित की है. इसमें सबसे ज्यादा देनदारी बिजनौर के मलूक नागर की है जो बहुजन समाज पाटी से हैं. उनके ऊपर सबसे ज्यादा देनदारी 20,48,20,865 रुपए बताई गई है. शैक्षिक योग्यता की बात करें तो 39 (41 प्रतिशत ) उम्मीदवारों ने अपनी शैक्षिक योग्यता 8वीं और 12वीं के बीच घोषित की है. 45 (47 प्रतिशत) उम्मीदवारों ने अपनी शैक्षिक योग्यता स्नातक और इससे ज्यादा घोषित की है. दो उम्मीदवारों ने अपनी शैक्षिक योग्यता असाक्षर और 4 उम्मीदवारों ने अपनी शैक्षिक योग्यता साक्षर घोषित की है.
तीन (3 प्रतिशत ) उम्मीदवारों ने अपना PAN कार्ड विवरण घोषित नहीं किया है. उम्मीदवारों की आयु के अंतर्गत 56 (58 प्रतिशत) उम्मीदवारों ने अपनी आयु 25 से 50 वर्ष के बीच घोषित की है, जबकि 39 (41 प्रतिशत) उम्मीदवारों ने अपनी आयु 51 से 80 वर्ष के बीच बताया है. एक उम्मीदवार ने अपनी आयु ही घोषित नहीं की है.
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