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ज्योतिष के मुहूर्त के अनुसार येदियुरप्पा ने किया नामांकन

कर्नाटक में बीजेपी की सत्ता में वापसी का सारा दारोमदार येदियुरप्पा पर है. शिकारपुरा में येदियुरप्पा की जीत के लिए उनके बेटे राघवेंद्र चुनाव प्रचार की कमान संभाल रहे हैं.

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बीएस येदियुरप्पा
बीएस येदियुरप्पा

कर्नाटक विधानसभा चुनाव में बीजेपी के सीएम चेहरे बीएस येदियुरप्पा आज शिमोगा के शिकारपुरा विधानसभा सीट से नामांकन पत्र दाखिल किया. नामांकन करने से पहले येदियिरप्पा मंदिर में जाकर पूजा अर्चना की. इसके बाद रोड शो के जरिए नामांकन करने पहुंचे थे. इनमें मुस्लिम महिलाओं समेत काफी लोग शामिल रहे. येदियुरप्पा के साथ छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री रमन सिंह और केंद्रीय मंत्री अनंत कुमार मौजूद थे.

नामांकन दाखिल के दौरान बीएस येदियुरप्पा ने आजतक से बात करते हुए कहा कि ये चुनाव बहुत अच्छा होगा. जनता के सपोर्ट की जितनी उम्मीद कर थे उससे ज्यादा मिल रहा है. राज्य के लोग बीजेपी के साथ हैं. उन्होंने कहा, हम पूर्ण बहुमत प्राप्त करने जा रहे हैं. 

येदियुरप्पा ने कहा कि सिद्धारमैय ने जनता का विश्वास खो दिया है. वे अपने विधानसभा क्षेत्र चामुंडेश्वरी में ही चिंतित हैं. वे राज्य में जीतने वाले नहीं है.

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येदियुरप्पा को नामांकन के लिए ज्योतिष ने दोपहर में मुहूर्त का सुझाव दिया है. वो नामांकन करने से पहले रोश शो कर रहे हैं. इसके बाद ज्योतिष द्वारा सुझाए गए मुहूर्त के समय वे अपना नामांकन पत्र दाखिल करेंगे.

कर्नाटक में बीजेपी की सत्ता में वापसी का सारा दारोमदार येदियुरप्पा पर है. शिकारपुरा में येदियुरप्पा की जीत के लिए उनके बेटे राघवेंद्र चुनाव प्रचार की कमान संभाल रहे हैं.

गौरतलब है कि शिकारपुरा विधानसभा सीट से येदियुरप्पा के खिलाफ कांग्रेस ने निगम सदस्य और कुरबा समुदाय के जीबी मालतेश को मैदान में उतारा है. वहीं जेडीएस ने मजबूत लिंगायत समुदाय के उम्मीदवार एचटी बालिगर को उतारा है.

लिंगायत बहुल सीट शिकारपुरा से बीजेपी और जेडीएस के उम्मीदवार लिंगायत समुदाय से हैं, तो वहीं कांग्रेस ने कोरबा समुदाय का कार्ड खेला है. हालांकि कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं को उम्मीद थी कि येदियुरप्पा के सामने पार्टी किसी मजबूत लिंगायत नेता को इस सीट से उतारेगी.

शिकारपुरा से पूर्व विधायक महालिंगप्पा कांग्रेस से टिकट के मजबूत दावेदार माने जा रहे थे. महालिंगप्पा ने 1999 में कांग्रेस के टिकट से लड़कर येदियुरप्पा को हराया था. कांग्रेस के दूसरे दावेदारों में शांतावीरप्पा गौड़ा का नाम था. शांतावीरप्पा गौड़ा येदियुरप्पा के बेटे राघवेन्द्र से 2014 उपचुनावों में लगभग 6 हजार वोटों से हारे थे. लेकिन पिछले दिनों उन्होंने बीजेपी का दामन थाम लिया है.

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कांग्रेस से टिकट के दावेदारों में तीसरा नाम कांग्रेस के पूर्व जिला अध्यक्ष प्रसन्ना कुमार का था. माना जा रहा था कि सिद्धारमैया के करीबी होने के नाते वह शिकारपुरा सीट से उतर सकते हैं. लेकिन पार्टी ने उन्हें भी निराश किया.

माना जा रहा है कि कांग्रेस पार्टी ने शिकारपुरा सीट से मालतेश को उतारकर येदियुरप्पा के लिए बेहद आसान बना दिया है. मालतेश लिंगायत समुदाय से भी नहीं आते हैं, वो कुरबा हैं. ऐसे में लिंगायत बहुल सीट से येदियुरप्पा के खिलाफ कुरबा समुदाय का उम्मीदवार उतारा है. मालतेश कुरबा के उतरने के चलते येदियुरप्पा के सामने पिछड़ी जातियों और एससी, एसटी वोटों को साधने की चुनौती होगी.

येदियुरप्पा के खिलाफ कांग्रेस की तुलना में जेडीएस ने मजबूत लिंगायत समुदाय के उम्मीदवार एचटी बालिगर को उतारा है. बालिगर शिकारपुरा सीट जीतने के पूरी ताकत से जुट गए हैं. हालांकि दो लिंगायतों के बीच कांग्रेस का कुरबा कार्ड कितना सफल होगा, ये तो समय ही बताएगा.

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