झारखंड विधानसभा चुनाव की सियासी जंग फतह करने के लिए बीजेपी कोई कोर कसर नहीं छोड़ रही है. बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह गुरुवार को चुनावी बिगुल फूंकने के लिए झारखंड की रणभूमि में उतर रहे हैं. अमित शाह संथाल जनजाति बहुल इलाके की मनिका और लोहरदगा विधानसभा सीट पर रैली को संबोधित कर अपने चुनावी अभियान का आगाज करेंगे. पहले चरण की दोनों विधानसभा सीटों पर मुकाबला काफी दिलचस्प है.
अमित शाह की पहली रैली मनिका सीट पर
अमित शाह झारखंड के पहले चरण की मनिका विधानसभा सीट पर बीजेपी प्रत्याशी रघुपाल सिंह के पक्ष में सुबह 11 बजे जनसभा को संबोधित करेंगे. बीजेपी ने इस सीट पर अपने दो बार के विधायक हरिकृष्ण का टिकट काटकर रघुपाल सिंह को उम्मीदवार बनाया है. ऐसे में बीजेपी के लिए यह सीट जीतना प्रतिष्ठा का सवाल बन गया है. ऐसे में बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह अपने चुनाव अभियान की शुरुआत इस सीट से कर बड़ा संदेश देना चाहते हैं.
दरअसल मनिका विधानसभा सीट हमेशा से आरजेडी और बीजेपी के बीच जंग का अखाड़ा रही है. झारखंड विधानसभा चुनाव 2014 में यहां से बीजेपी के हरिकृष्ण सिंह ने आरजेडी के रामचंद्र सिंह को 1083 मतों से हराया था. ऐसे ही 2009 के विधानसभा चुनाव में भी हरिकृष्ण सिंह ने जीत दर्ज की थी और 2005 में इस सीट पर आरजेडी के प्रत्याशी रामचंद्र सिंह ने बाजी मारी थी. हालांकि इस बार बीजेपी ने जहां अपना प्रत्याशी बदला है तो रामचंद्र सिंह ने आरजेडी छोड़कर कांग्रेस का दामन थामा और पार्टी ने उन्हें टिकट देकर मैदान में उतारा है, जिसके चलते मुकाबला दिलचस्प बन गया है.
लोहरदगा में जनसभा को संबोधित करेंगे शाह
मनिका के बाद अमित शाह दोपहर 12 बजे लोहरदगा में चुनावी रैली को संबोधित करेंगे. लोहरदगा कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सुखदेव भगत बीजेपी से चुनावी मैदान में हैं. जबकि, कांग्रेस के मौजूदा प्रदेश अध्यक्ष डॉक्टर रामेश्वर उरांव के साथ-साथ आजसू के कार्यकारी अध्यक्ष कमल किशोर भगत की पत्नी नीरू शांति भगत के उतरने से यह सीट हाई प्रोफाइल बन गई है. इसी मद्देनजर अमित शाह की रैली काफी महत्वपूर्ण मानी जा रही है.
लोहरदगा में कांटे का मुकाबला
लोहरदगा में अमित शाह की रैली के दौरान मुख्यमंत्री रघुवर दास, केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा, बीजेपी के चुनाव प्रभारी ओम प्रकाश माथुर समेत लोहरदगा व गुमला जिले के सभी प्रत्याशी मंच पर उपस्थिति रहेंगे. शाह सिर्फ चुनावी जनसभा को ही संबोधित नहीं करेंगे बल्कि लोहरदगा, गुमला, लातेहार, मनिका की विधानसभा कोर कमेटी, तीनों जिलों के जिलाध्यक्षों और प्रमुख नेताओं संग बैठक कर चुनाव का जायजा लेंगे और जीता का मंत्र भी देंगे.
बता दें कि लोहरदगा विधानसभा सीट पर तीन बड़े दिग्गजों नेताओं की साख यहां दांव पर लगी हुई है. आदिवासी बहुल लोहरदगा विधानसभा सीट पर आजसू पार्टी की ओर से चुनावी मैदान में ताल ठोकना भाजपा और कांग्रेस दोनों के लिए गले की हड्डी बन गया है. आजसू पार्टी अपने कैडर वोट के सहारे इस बार चुनाव मैदान में फतह करना चाहती है. कमल किशोर भगत के जेल से बाहर आने के बाद नीरू शांति भगत को चुनाव मैदान में उतार कर आजसू पार्टी साल 2009 और 2014 के चुनाव नतीजों को दोहराने की कोशिश में है.