गुजरात में चुनाव प्रचार के दौरान अपने बयान की वजह से कांग्रेस नेता मणिशंकर अय्यर काफी चर्चा में रहे थे. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बारे में 'नीच' शब्द का प्रयोग करने की वजह से उन्हें पार्टी से निलंबित भी किया गया था. शुक्रवार को जब उनसे गुजरात चुनाव नतीजों पर सवाल दागा गया, तो अय्यर ने चुप्पी साध ली.
न्यूज़ एजेंसी ANI ने कोलकाता में एक कार्यक्रम में मणिशंकर अय्यर से सवाल पूछा. लेकिन अय्यर चुप्पी साधे रहे और अखबार पढ़ते रहे. बता दें कि अपने बयान पर मचे बवाल के बाद उन्होंने माफी भी मांगी थी, और कहा था कि चूंकि उनकी हिंदी ठीक नहीं है, वह हिंदी में सही शब्द का उपयोग नहीं कर पाए थे इसलिए उनसे ये शब्द बोला. इस बयान के बाद उन्हें पार्टी से निलंबित कर दिया गया था.
#WATCH: Mani Shankar Aiyar refuses to answer a question on #GujaratElection results, at an event in #Kolkata pic.twitter.com/k1v8hBnb1Q
— ANI (@ANI) December 22, 2017
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने खुद रैली में इस बात का जिक्र किया था कि कांग्रेस नेताओं को पीएम मोदी के खिलाफ आपत्तिजनक शब्दों का प्रयोग नहीं करना चाहिए. बता दें कि अय्यर के बयान के बाद इसका प्रचार के दोनों जमकर इस्तेमाल किया गया था. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी अपनी रैलियों में अय्यर पर जमकर हमला बोला था.
पार्टी से निलंबन के बाद मणिशंकर अय्यर ने आजतक से बातचीत करते हुए कहा था कि उन्हें पूरा भरोसा है कि राहुल गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस पार्टी गुजरात में अच्छी जीत हासिल करेगी और अगर पार्टी को कोई नुकसान हुआ तो वह इसके लिए कोई भी सजा भुगतने को तैयार हैं.
गुजरात के नतीजों के बाद कांग्रेस ने भी माना था कि मणिशंकर अय्यर के बयान से पार्टी पर फर्क पड़ा था. वरिष्ठ नेता एम वीरप्पा मोइली ने इशारों में कहा कि हो सकता है कि मणिशंकर अय्यर और कपिल सिब्बल के विवादास्पद बयानों ने गुजरात चुनाव के दौरान पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी की कैंपेन को नुकसान पहुंचाया हो.
आपको बता दें कि 182 सीटों वाली गुजरात विधानसभा में बीजेपी को पिछले 6 चुनाव में पहली बार 100 से कम सीटों पर संतोष करना पड़ा और उसे 99 सीटों पर ही जीत मिली. जबकि कांग्रेस गठबंधन को 80 सीटें मिलीं. बाकी तीन सीटों में एक पर एनसीपी और दो पर निर्दलीय उम्मीदवारों ने परचम लहराया.