दिल्ली विधानसभा चुनाव 2020 का औपचारिक ऐलान हो गया है. 8 फरवरी को दिल्ली की सभी 70 सीटों पर वोट डाले जाएंगे. दिल्ली विधानसभा चुनाव में 14 जनवरी से नामांकन प्रक्रिया शुरू हो जाएगी. ऐसे में कांग्रेस, बीजेपी और आम आदमी पार्टी ने अपने-अपने प्रत्याशियों को लेकर मंथन शुरू कर दिया है. इस कड़ी में प्रत्याशियों के चयन को लेकर कांग्रेस की केंद्रीय चुनाव समिति (सीईसी) की बैठक 11 जनवरी को पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी के आवास पर होगी.
कांग्रेस केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक के बाद ही दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए पार्टी प्रत्याशियों के नाम की घोषणा की जाएगी. विधानसभा चुनाव में कांग्रेस उन्हीं उम्मीदवारों को टिकट देगी, जिनमें जीतने का दम होगा. सिफारिश और दबाव में पार्टी किसी पर दांव लगाने के मूड में नहीं है. ऐसे में उम्मीदवारों की पहली लिस्ट 11 जनवरी के बाद ही जारी होने की संभावना है.
Congress Central Election Committee meeting for Delhi assembly elections to be held on January 11 at party interim president Sonia Gandhi's residence pic.twitter.com/xfv1b745MX
— ANI (@ANI) January 8, 2020
हालांकि, प्रदेश कांग्रेस ने दिल्ली की सभी 70 विधानसभा सीटों के लिए उम्मीदवारों के चयन की प्रक्रिया शुरू कर दी है. ज्यादातर जिला अध्यक्षों ने अपने अधीन आने वाली 5-5 सीटों के लिए 3-3 संभावित नाम प्रदेश अध्यक्ष को सौंप दिए हैं. कांग्रेस ने अपने स्तर पर अलग से दिल्ली की हर विधानसभा क्षेत्र में उम्मीदवार के लिए सर्वे भी कराया है.
दिल्ली में कांग्रेस की स्क्रीनिंग कमेटी ने संभावित प्रत्याशियों के नाम पर चर्चा के बाद अनौपचारिक तौर पर मंजूरी दे दी है. अगले सप्ताह केंद्रीय चुनाव समिति की होने वाली बैठक के बाद पार्टी इस पर अंतिम निर्णय लेगी. विधानसभा चुनाव की तारीखों के ऐलान के बाद प्रत्याशियों के पास प्रचार के लिए भी काफी कम वक्त होगा. दिल्ली में 14 जनवरी से 21 जनवरी तक नामांकन प्रक्रिया चलेगी. इस तरह से दिल्ली में कैडिडेट के पास महज 17 दिन ही प्रचार के लिए बचेंगे. ऐसे में कांग्रेस की कोशिश है कि जल्द से जल्द पहली सूची जारी कर दी जाए ताकि प्रत्याशी अपने-अपने क्षेत्र में चुनावी प्रचार को धार दे सकें.