scorecardresearch
 

Patepur Election Results 2020: बीजेपी के लोखेंद्र कुमार जीते, RJD को दी मात

Patepur Election Results: पातेपुर विधानसभा सीट से बीजेपी के लोखेंद्र कुमार रौशन ने जीत हासिल की है. उन्होंने अपने निकटतम प्रतिद्ंवदी राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) उम्मीदवार शिवचंद्र राम को 25839 मात दी. लोखेंद्र कुमार रौशन को 86509 (52.15%) वोट मिले, जबकि शिव चंद्र राम को 60670 (36.57%) मत मिले.

Advertisement
X
पातेपुर सीट पर बीजेपी को मिली जीत (फोटो-PTI)
पातेपुर सीट पर बीजेपी को मिली जीत (फोटो-PTI)
स्टोरी हाइलाइट्स
  • बिहार चुनाव के लिए तीन चरणों में हुआ मतदान
  • एनडीए और महागठबंधन के बीच है कड़ा मुकाबला
  • इस सीट पर सात नवंबर को हुआ था मतदान

पातेपुर विधानसभा सीट से बीजेपी के लोखेंद्र कुमार रौशन ने जीत हासिल की है. उन्होंने अपने निकटतम प्रतिद्ंवदी राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) उम्मीदवार शिवचंद्र राम को 25839 मात दी. लोखेंद्र कुमार रौशन को 86509 (52.15%) वोट मिले, जबकि शिव चंद्र राम को 60670 (36.57%) मत मिले. इस सीट पर सात नवंबर को हुए चुनाव में 56.85% मतदान दर्ज किया गया. 

2020 के  मुख्य उम्मीदवार

बीजेपी- लोकेंद्र कुमार रौशन
आरजेडी- शिवचंद्र राम
बसपा- देवलाल राम
निर्दलीय- संजय रजक


2015 के नतीजे पर एक नजर 

उजियारपुर लोकसभा क्षेत्र के तहत आने वाली पातेपुर विधानसभा सीट लंबे समय से दो नेताओं के बीच जंग का मैदान रही है. पातेपुर में 2010 में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के महेंद्र बैठा जीते थे. यह इस सीट पर बीजेपी की पहली और आखिरी जीत थी. वैसे भी महेंद्र बैठा पुराने सदस्य नहीं हैं. वह बीजेपी से पहले पहले लोकजन शक्ति पार्टी (एलजेपी) और जनता दल से चुनाव जीत चुके थे. 2015 में जदयू की मदद से राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) की उम्मीदवार प्रेमा चौधरी की जीत हुई थी.

अनुसूचित जाति की खातिर सुरक्षित पातेपुर सीट का चुनावी इतिहास बताता है कि इस सीट पर हर बार का चुनावी मुकाबला बहुकोणीय रहा है. 2015 के चुनावों में आरजेडी उम्मीदवार प्रेमा चौधरी ने जीत हासिल की थी. बीजेपी उम्मीदवार महेंद्र बैठा को दूसरे स्थान पर रहना पड़ा था. इस सीट पर 2015 के चुनाव में नीतीश कुमार की जेडीयू ने आरजेडी उम्मीदवार को समर्थन दिया था.

Advertisement

पातेपुर सीट का इतिहास

इससे पहले, 2010 के विधानसभा चुनावों में बीजेपी के टिकट पर महेंद्र बैठा ने जीत हासिल की थी और उन्होंने आरजेडी उम्मीदवार प्रेमा चौधरी को शिकस्त दी थी. जबकि 2005 के चुनावों में आरजेडी की प्रेमा चौधरी ने अक्टूबर 2005 में एलजेपी के टिकट पर मैदान में उतरे महेंद्र बैठा को हराया था. उसी साल फरवरी में हुए चुनाव में एलजेपी उम्मीदवार महेंद्र बैठा ने प्रेमा चौधरी को शिकस्त दी थी. 

देखें: आजतक LIVE TV

महेंद्र बैठा वर्ष 2000 के चुनाव में जेडीयू के टिकट पर मैदान में उतरे थे, लेकिन उन्हें आरजेडी के टिकट पर चुनाव लड़ीं प्रेमा चौधरी ने हराया था. वहीं 1995 के चुनावों में जनता दल के टिकट पर चुनाव लड़े महेंद्र बैठा ने एसएपी की उम्मीदावर प्रेमा चौधरी को मात दी थी. यानी 1995 से इस सीट का इतिहास देखें तो पता चलता है कि यहां महेंद्र बैठा और प्रेमा चौधरी के बीच चुनावी जंग चलती रही है.

वहीं 1990 में जनता दल के राम सुंदर दास ने कांग्रेस के बालेश्वर सिंह पासवान को हराया था. 1985 में कांग्रेस के बालेश्वर सिंह पासवान ने लोकदल के पल्टन राम को शिकस्त दी थी. जनता पार्टी (सेकुलर-चरण सिंह) के शिव नंदन पासवान ने 1980 में कांग्रेस के बालेश्वर सिंह पासवान को हराया था. 1977 के चुनावों में जनता पार्टी के टिकट पर मैदान में उतरे पल्टन राम ने 1977 में सीपीआई के रिजन राम को हराया था.

Advertisement

क्षेत्रीय समीकरण

संसदीय और विधानसभा निर्वाचन क्षेत्रों के परिसीमन आदेश 2008 के अनुसार पातेपुर निर्वाचन क्षेत्र के तहत पातेपुर सामुदायिक विकास खंड; मानसिंहपुर बिजरौली, कुमार बाजितपुर, राघोपुर नरसंडा, अदलपुर, नारी खुर्द और जंदाहा विकास खंड का एरिया आता है.

उजियारपुर लोकसभा सीट के तहत आने वाली पातेपुर निर्वाचन क्षेत्र की आबादी 419970 है. यह ग्रामीण इलाका है जिसमें अनुसूचित जाति की आबादी 23.16 और अनुसूचित जनजाति की जनसंख्या 0.02 फीसदी है. 2015 के चुनावों में यहां 56.29% वोटिंग हुई थी. बीजेपी और राजद को क्रमशः  37.57% और 46.07% वोट मिले थे. 2015 के चुनावों में यह सीट राजद के खाते में दर्ज की गई थी.


 

Advertisement
Advertisement