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Bagha: सास और बहू के बीच होगा मुकाबला, घर की लड़ाई पहुंची चुनावी रण में

Champaran की रामनगर विधानसभा से बीजेपी के टिकट पर चुनाव मैदान में उतरीं पद्म श्री भागीरथी देवी का चुनावी मुकाबला उनकी बहू रानी कुमारी के साथ है. रानी कुमार ने सोमवार को सास के खिलाफ बिगुल फूंकते हुए रामनगर विधानसभा से निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में नामांकन किया है.

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 बहू का आरोप पद्म श्री सास करती हैं प्रताड़ित.
बहू का आरोप पद्म श्री सास करती हैं प्रताड़ित.
स्टोरी हाइलाइट्स
  • बहू का आरोप सास करती हैं प्रताड़ित
  • सबक सिखाने के लिए बहू ने ठोकी ताल
  • BJP के टिकट पर चुनाव में उतरीं पद्म श्री भागीरथी देवी

सास और बहू की घर में तकरार तो आपने सुनी होगी, लेकिन अब ये लड़ाई बिहार विधानसभा चुनाव 2020 में भी देखने को मिलेगी. रामनगर से बीजेपी प्रत्याशी पद्म श्री भागीरथी देवी के खिलाफ उनकी बहू ने निर्दलीय चुनाव मैदान में उतरने का ऐलान कर दिया है. बहू का आरोप है कि सास के उत्पीड़न से परेशान होकर उसने ये कदम उठाया है. 

ये कहना है बहू का 
Champaran की रामनगर विधानसभा से बीजेपी के टिकट पर चुनाव मैदान में उतरीं पद्म श्री भागीरथी देवी का चुनावी मुकाबला उनकी बहू रानी कुमारी के साथ है. रानी कुमार ने सोमवार को सास के खिलाफ बिगुल फूंकते हुए रामनगर विधानसभा से निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में नामांकन किया है. जब रानी कुमारी से बात हुई, तो उन्होंने बताया कि सास भागीरथी देवी उनका उत्पीड़न करती हैं. जो अपने परिवार को नहीं संभाल सकती हैं, वो चुनाव जीतकर समाज का क्या संभालेंगीं.

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ये बोलीं सास 
हालांकि इस मामले में सास भागीरथी देवी का कहना है कि रानी बहू नहीं दुश्मन है. उससे मेरी कोई लड़ाई नहीं है. ये विरोधियों की चाल है. उन्होंने कहा कि जनता की सेवा और विकास मेरा मुद्दा है. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के विकास कार्यों को लेकर चुनाव मैदान में हूं. ये आरोप कितने सही और कितने गलत हैं, इसका फैसला जनता करेगी. बता दें कि भागीरथी देवी लगातार चार बार से विधायक हैं. 

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पांचवीं बार विजय की तैयारी 
बता दें कि भागीरथी देवी ने पहला चुनाव 2000 में नरकटियागंज विधानसभा से जीता था. इसके बाद दूसरी बार भी 2005 के विधानसभा चुनाव में इसी विधानसभा से जीत दर्ज की. 2010 में परिसीमन बदला और नरकटियागंज सामान्य सीट हो जाने के बाद पार्टी ने उन्हें रामनगर विधानसभा से चुनाव मैदान में उतारा. यहां से भी उन्होंने जीत दर्ज की. 2015 के चुनाव में उन्होंने चौथी जीत दर्ज करते हुए कांग्रेस प्रत्याशी पूर्णमासी राम को हराया था.

(इनपुट- गिरीन्द्र कुमार पाण्डेय)

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