
बिहार विधानसभा चुनाव में इस बार कुढ़नी विधानसभा सीट पर भी मुकाबला काफी दमदार देखने को मिला. साल 2015 के चुनाव में इस सीट पर भारतीय जनता पार्टी ने कब्जा किया था. बीजेपी ने लगातार तीन बार की विजेता जेडीयू को इस सीट पर मात दी थी. हालांकि इस बार भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) और जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) मिलकर विधानसभा चुनाव लड़ा. वहीं कड़े मुकाबले में इस बार इस सीट से आरजेडी को जीत मिली है.
वहीं इस बार आरजेडी के अनिल कुमार, बीजेपी के केदार प्रसाद गुप्ता इस सीट पर आमने सामने हुए. इस सीट पर 7 नवंबर को मतदान हुआ. यहां 59.3 फीसदी वोटिंग हुई. कुढ़नी से आरजेडी के अनिल कुमार को जीत मिली. उनको 78549 वोट मिले हैं. वहीं बीजेपी के केदार प्रसाद गुप्ता को 77837 वोट हासिल हुए.
पिछले चुनाव में कुढ़नी विधानसभा सीट से बीजेपी के केदार प्रसाद गुप्ता विधायक बने. उन्होंने साल 2015 के चुनाव में जेडीयू के मनोज कुमार सिंह को इस सीट से हराया था. मनोज कुमार सिंह साल 2005 से साल 2015 तक इस सीट पर जेडीयू के विधायक रहे हैं. वहीं इस बार बीजेपी और जेडीयू ने साथ मिलकर चुनाव लड़ा.

कुढ़नी विधानसभा सीट
कुढ़नी विधानसभा बिहार के मुजफ्फरपुर जिले में स्थित है और मुजफ्फरपुर लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र के अंतर्गत आता है. साल 2011 की जनगणना के मुताबिक यहां की कुल 435676 आबादी में से 100% ग्रामीण है और 0% शहरी आबादी है. अनुसूचित जाति (एससी) और अनुसूचित जनजाति (एसटी) का अनुपात कुल जनसंख्या से क्रमशः 18.44 और 0.07 है. 2019 की मतदाता सूची के अनुसार इस निर्वाचन क्षेत्र में 283553 मतदाता और 286 मतदान केंद्र हैं.
2015 विधानसभा चुनाव
साल 2015 के विधानसभा चुनाव में इस सीट को बीजेपी ने जेडीयू से छिन लिया था. साल 2015 में कुढ़नी सीट पर कुल मतदाता 265669 थे और 173007 मतदान हुआ था. इस चुनाव में बीजेपी के केदार प्रसाद को 73227 वोट मिले थे. वहीं जेडीयू के मनोज कुमार को 61657 वोट हासिल हुए थे. 2015 के विधानसभा चुनावों में यह 65.13% मतदान हुआ था. 2015 में बीजेपी को 42.33% वोट मिले थे. इस सीट पर बीजेपी ने 11570 वोटों से 2015 में चुनाव जीता था.
राजनीतिक पृष्ठभूमि
बिहार की कुढ़नी विधानसभा सीट पर ज्यादातर जेडीयू का दबदबा देखा गया है. फरवरी 2005, अक्टूबर 2005 और साल 2010 में हुए चुनाव में लगातार तीन चुनाव में जेडीयू के मनोज कुमार सिंह ने इस सीट से जीत हासिल की थी. हालांकि साल 2015 में जेडीयू के मनोज कुमार सिंह से ये सीट हाथ से निकल गई और बीजेपी के खाते में ये सीट चली गई.