scorecardresearch
 

Keoti Election Results 2020: केवटी सीट से बीजेपी के मोहन झा की जीत, आरजेडी प्रत्याशी की हार

Election Results, Keoti Vidhan Sabha seat Counting 2020: दरभंगा जिले की केवटी विधानसभा सीट के लिए तीसरे और अंतिम चरण में 7 नवंबर को मतदान हुआ था. केवटी में 56.43 फीसदी वोटिंग हुई थी.

Advertisement
X
स्टोरी हाइलाइट्स
  • अंतिम चरण में हुआ था मतदान
  • केवटी में पड़े थे 56 फीसदी वोट
  • बीजेपी ने अपने नाम की सीट

दरभंगा जिले की केवटी विधानसभा सीट से राष्ट्रीय लोकतांत्रिक गठबंधन(एनडीए) की ओर से भारतीय जनता पार्टी(बीजेपी) प्रत्याशी मुरारी मोहन झा ने जीत दर्ज की. उन्होंने महागठबंधन की ओर से राष्ट्रीय जनता दल(आरजेडी) प्रत्याशी अब्दुल बारी सिद्दीकी को चुनावी समर में मात दी. दोनों प्रत्याशियों के बीच जीत का अंतर 5,126 रहा.

मुरारी मोहन झा को जहां 76372 वोट मिले, वहीं अब्दुल बारी सिद्दीकी 71246 वोट हासिल हुए. कुल 46.75 फीसदी वोटरों ने बीजेपी का साथ दिया, वहीं 43.61 फीसदी वोटर आरजेडी के साथ रहे.

इस विधानसभा सीट से तीसरे नंबर पर तीसरे नंबर पर निर्दलीय प्रत्याशी योगेश रंजन रहे, जिन्हें महज 33,04 वोट मिले. दिलचस्प बात यह रही कि इस सीट पर 2,968 लोगों ने नोटा का साथ चुना.
 

Keoti assembly election
केवटी विधानसभा के नतीजे



केवटी में 56.43 फीसदी वोटिंग

दरभंगा जिले की केवटी विधानसभा सीट के लिए तीसरे और अंतिम चरण में 7 नवंबर को मतदान हुआ था. केवटी में 56.43 फीसदी वोटिंग हुई थी. इस सीट से सत्ताधारी एनडीए के घटक दल भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने मुरारी मोहन झा को टिकट दिया था. झा का मुकाबला राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के अब्दुल बारी सिद्दीकी से रहा, जिसमें वे विजयी बनकर उभरे.

Advertisement

यहां देखें बिहार चुनाव का हर अपडेट

केवटी से पप्पू यादव की जन अधिकार पार्टी ने समीउल्ला खान, नेशनलिस्ट कांग्रेस पार्टी ने चांद बाबू रहमान को उम्मीदवार बनाया. चुनावी अतीत की बात करें तो यह सीट साल 2005 से 2010 तक बीजेपी के पास थी.

पिछले चुनाव में इस सीट से आरजेडी के फराज फातमी को जीत मिली थी. तब बीजेपी के टिकट पर अशोक कुमार यादव चुनाव लड़ रहे थे. मार्क्सवादी कम्यूनिस्ट पार्टी (माकपा) के उम्मीदवार रामचंद्र शाह तीसरे स्थान पर रहे थे.

इस सीट के चुनावी अतीत की बात करें तो साल 2005 और 2010 में बीजेपी के अशोक कुमार यादव विधायक निर्वाचित हुए थे. हालांकि, अशोक जीत की हैट्रिक नहीं लगा सके और आरजेडी के फराज फातमी ने उन्हें मात दे दी थी.

ये भी पढ़ें

 

Advertisement
Advertisement