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Darbhanga Election Results 2020: बीजेपी के संजय सरावगी जीते, 10,639 वोटों से हारा महागठबंधन

Darbhanga Election Results, Darbhanga Vidhan Sabha seat Counting 2020 दरभंगा विधानसभा सीट के लिए मतदान तीसरे चरण में 7 नवंबर को हुआ था. दरभंगा विधानसभा सीट पर 55.70 फीसदी मतदान हुआ.

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प्रतीकात्मक तस्वीर
प्रतीकात्मक तस्वीर
स्टोरी हाइलाइट्स
  • अंतिम चरण में हुआ था मतदान
  • 55.70 फीसदी हुई थी वोटिंग
  • बीजेपी के कब्जे में है सीट

दरभंगा सीट पर राष्ट्रीय लोकतांत्रिक गठबंधन(एनडीए) की ओर से भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी संजय सरावगी चुनाव जीत गए हैं. दूसरे नंबर पर महागठबंधन की ओर से आरजेडी प्रत्याशी अमर नाथ गामी रहे. वहीं तीसरे पर सिया राम पासवान रहे. हालांकि जीत का अंतर बेहद कम रहा और चुनाव में कांटे की टक्कर देखने को मिली.

एनडीए और महागठबंधन के बीच जीत का अंतर महज 10,639 रहा. बीजेपी को जहां 84,144 वोट मिले, वहीं आरजेडी 73,505 वोटों पर सिमट गई. महागठबंधन को 43.08 फीसदी वोट पड़े तो वहीं 49.32 फीसदी वोटों के साथ एनडीए नंबर वन पार्टी रही. तीसरे नंबर पर 2,755 वोटों के साथ निर्दलीय प्रत्याशी शंकर कुमार झा रहे. चौथे नंबर पर निर्दलीय प्रत्याशी महेंद्र लाल दास रहे, जिन्हें कुल 2,152 वोट मिले.

 

दरभंगा का चुनावी नतीजा
दरभंगा का चुनावी नतीजा

 

बिहार विधानसभा चुनाव के लिए मतों की गिनती शुरू हो चुकी है. मिथिलांचल की दरभंगा सीट के नतीजों पर भी सबकी नजर बनी थी. दरभंगा विधानसभा सीट के लिए मतदान तीसरे चरण में 7 नवंबर को हुआ था.

55.70 फीसदी हुआ था मतदान

दरभंगा विधानसभा सीट पर 55.70 फीसदी मतदान हुआ. भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) का मजबूत गढ़ माने जाने वाले दरभंगा से जीत की हैट्रिक लगा चुके संजय सरावगी सत्ताधारी गठबंधन के उम्मीदवार रहे. महागठबंधन की ओर से राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) ने अमरनाथ गामी को टिकट दिया था. पप्पू यादव के दल जन अधिकार पार्टी ने सियाराम पासवान को चुनावी रणभूमि में उतारा था. हालांकि वे महज 1040 वोट पर सिमट गए.

दरभंगा विधानसभा सीट का चुनावी अतीत देखें तो साल 2005 के विधानसभा चुनाव से ही यह सीट बीजेपी के कब्जे में है. इस सीट पर साल 2005 में दो दफे चुनाव हुए और दोनों ही दफे बीजेपी के संजय सरावगी जीते. संजय सरावगी साल 2010 और 2015 के चुनाव में भी विजयी रहे थे.

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विपक्षी महागठबंधन ने बीजेपी के इस मजबूत किले को ध्वस्त करने के लिए पूरा जोर लगाया. लेकिन इसमें कामयाबी नहीं मिली.

 

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