बिहार के नवादा में मुस्लिम मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से बेहद नाराज हैं. उनकी नजर में नीतीश ने मुसलमानों के लिए कई अच्छे काम किए हैं लेकिन उनका एक गुनाह सारे अच्छे काम पर भारी पड़ा है. इस बार के चुनाव में बिहार के मुसलमान उन्हें उनके किए की सजा देंगे.
क्या बोले नवादा शहर के वोटर
दी लल्लनटॉप की टीम चुनाव यात्रा के क्रम में नवादा शहर विधानसभा सीट पर वोटरों की राय जानने पहुंची थी. यहां मुस्लिम मतदाताओं से टीम की चर्चा हुई. टीम ने यह जानने की कोशिश की कि मुस्लिम मतदाताओं का रुझान इस बार किस तरफ है, मुद्दे क्या हैं और मौजूदा सरकार से लोग कितने खुश हैं. यहां जो फीडबैक मिला वो कतई नीतीश सरकार के लिए अच्छा नहीं कहा जा सकता.
'नहीं भूले हैं सीएए और एनआरसी'
यहां कई मुस्लिम मतदाताओं ने कहा कि बिहार के मुसलमान अब तक सीएए और एनआरसी का मुद्दा नहीं भूले हैं. यहां के वोटर जाहिद अनवर ने ये भी कह दिया कि नीतीश ने पहले कहा था कि उनकी सरकार सीएए और एनआरसी को लागू नहीं करेगी. लेकिन बाद में उन्होंने ही सीएए और एनआरसी का समर्थन कर मुसलमानों के साथ विश्वासघात किया है. बिहार के मुसलामन इस बार उन्हें इसकी सजा जरूर देंगे.
बदलाव चाहते हैं नवादा के मुसलमान
नवादा शहर सीट के मुसलमान अब अपने यहां बदलाव चाहते हैं. मौजूदा विधायक कौशल यादव एक बार फिर जदयू के टिकट से मैदान में हैं. वह उपचुनाव जीत कर विधायक बने थे. 2015 के विधानसभा में आरजेडी के राजवल्लभ यादव चुनाव जीत कर विधायक बने थे. बाद में एक रेप केस में दोष सिद्ध होने पर वह जेल में हैं और उनकी विधानसभा सदस्यता भी रद्द हो गई. इस बार उनकी पत्नी विभा देवी आरजेडी के टिकट से चुनाव मैदान में हैं.
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