बिहार चुनाव के दूसरे चरण में मतदाताओं का गुस्सा नजर आया. बेगूसराय में गंडक नदी पर पुल न बनने से नाराज ग्रामीणों ने वोट बहिष्कार कर दिया. चेरिया गांव के दो बूथों पर जब कोई भी व्यक्ति वोट डालने नहीं पहुंचा, तो प्रशासनिक अधिकारी गांव में पहुंच गए और ग्रामीणों को मनाने की कोशिश की.
बेगूसराय की बछवारा विधानसभा क्षेत्र में चेरिया गांव के लोगों ने गंडक नदी पर पुल की मांग को लेकर वोट बहिष्कार कर दिया. चेरिया गांव के मध्य विद्यालय में बनाए गए मतदान केंद्र पर सुबह से एक भी व्यक्ति वोट डालने के लिए नहीं पहुंचा. जबकि इन दोनों बूथों पर 700 से अधिक मतदाता हैं. इस मामले में मतदान कर्मियों ने अधिकारियों को सूचना दी, जिसके बाद प्रशासनिक अधिकारी गांव में पहुंच गए. अधिकारियों द्वारा ग्रामीणों को मनाने का प्रयास किया गया, लेकिन गांव वालों ने कहा कि अब जब तक पुल नहीं बनेगा वोट भी नहीं करेंगे.
ग्रामीणों ने बताया कि लोकसभा चुनाव में यहां से केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह वोट मांगने आए थे. उन्हें यहां की जनता ने चुनाव में भारी बहुमत से जीत दिलाई. गिरिराज सिंह ने ग्रामीणों को आश्वासन दिया था कि पुल की समस्या का निदान करेंगे. वे अपनी शॉल भी यहां छोड़कर गए थे और कहा था, कि जब पुल का शिलान्यास करने के लिए आएंगे, तब यहां से अपनी शॉल लेकर जाएंगे. उसके बाद से गिरिराज सिंह कभी इस गांव में नहीं आए.
ग्रामीणों ने कहा कि यह पुल आसपास के दर्जनों गांव को आपस में जोड़ता है. चुनाव के समय किसी भी दल का नेता गांव में आता है, तो पुल बनवाने का आश्वासन देता है, लेकिन आज तक किसी ने पुल बनवाने के लिए ठोस प्रयास नहीं किया. इसके चलते इस बार निर्णय लिया है, कि पुल नहीं तो वोट भी नहीं दिया जाएगा. (इनपुट-सौरभ कुमार)
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