पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव के लिए कार्यक्रम का ऐलान अभी नहीं हुआ है, लेकिन सियासी घमासान पूरे उफान पर है. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने हाल ही में एक चुनावी सभा में यह कहकर सत्ताधारी तृणमूल कांग्रेस पर हमला बोला था कि बंगाल में दुर्गा पूजा के लिए भी कोर्ट जाना पड़ेगा? टीएमसी पर मुस्लिम तुष्टिकरण के आरोप लगाते हुए विपक्षी भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) सत्ताधारी टीएमसी पर हमलावर है.
पिछले कई साल से टीएमसी की सरकार पर सरस्वती पूजा नहीं होने देने के आरोप लगते रहे हैं. इस बार चुनावी मौसम में टीएमसी विरोधी बीजेपी को कोई मौका नहीं देना चाहती. टीएमसी ने इस बार सरस्वती पूजा को लेकर मेगा प्लान तैयार किया है. टीएमसी ने हुगली जिले के 18 विधानसभा क्षेत्रों में सरस्वती पूजा की जिम्मेदारी ली है. टीएमसी कुल 125 जगह सरस्वती पूजा करवाएगी.
हुगली में सरस्वती पूजा के दिन झांकी निकालने की भी योजना है. टीएमसी इस बार सरस्वती पूजा के आयोजन का उपयोग जनसंपर्क और तुष्टिकरण की छवि से बाहर निकालने के लिए करना चाहती है. हुगली में टीएमसी सांसद अपरूपा पोद्दार भी सरस्वती पूजा की तैयारियों में व्यस्त हैं. आजतक की टीम जब हुगली जिले के रेसला पहुंची तो अपरूपा पोद्दार सरस्वती पूजा के मंडप का फर्श गोबर से लीपने में जुटी थीं.
पूजा पंडाल में ममता की योजनाएं
हाफिज अली में सरस्वती पूजा के पंडाल में ममता बनर्जी की परियोजनाओं को भी दर्शाया गया है. पिछले कुछ साल में ममता सरकार की ओर से शुरू की गई स्वास्थ्य साथी, कन्याश्री जैसी महत्वाकांक्षी योजनाओं को पूजा पंडाल के आसपास दर्शाया जाएगा. तृणमूल छात्र परिषद के सदस्य ममता सरकार की योजनाओं के प्ले कार्ड लेकर घर-घर जा रहे हैं और सड़कों पर निकल रहे हैं.
बीजेपी ने बताया चुनावी स्टंट
टीएमसी की ओर से सरस्वती पूजा के मेगा प्लान को विपक्षी बीजेपी ने चुनावी स्टंट बताया है. हुगली से बीजेपी की सांसद लॉकेट चटर्जी ने कहा कि यह सब दिखावा है. हिंदू वोट बैंक को अपने पाले में लाने की कोशिश में यह सब किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि असलियत यही है कि बंगाल में दुर्गा पूजा करने के लिए अदालत का दरवाजा खटखटाना पड़ता है और सरस्वती पूजा नहीं करने दी जाती है.