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नंदीग्राम: पिता शिशिर बोले- सिर्फ शुभेंदु ही ममता को चैलेंज कर सकता है

शुभेंदु अधिकारी टीएमसी छोड़कर भाजपा में आए हैं. उन्हें भाजपा ने नंदीग्राम से उम्मीदवार बनाया है. उनके सामने टीएमसी से ममता बनर्जी खड़ी हैं. ममता बनर्जी पिछली बार भवानीपुर से जीती थीं.

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भाजपा नेता शुभेंदु अधिकारी (फाइल फोटो-PTI)
भाजपा नेता शुभेंदु अधिकारी (फाइल फोटो-PTI)
स्टोरी हाइलाइट्स
  • शुभेंदु के पिता शिशिर 21 मार्च को भाजपा में आए
  • उनके भाई दिब्येंदु के भी भाजपा में आने की चर्चा
  • नंदीग्राम सीट पर 1 अप्रैल को होनी है वोटिंग

पश्चिम बंगाल की नंदीग्राम विधानसभा सीट से भाजपा उम्मीदवार शुभेंदु अधिकारी के पिता शिशिर अधिकारी का कहना है कि एकमात्र शुभेंदु ही ऐसे हैं, जो ममता को चुनौती दे सकते हैं. उनका दावा है कि यहां से शुभेंदु ही जीतेंगे. शुभेंदु पहले तृणमूल कांग्रेस में थे, लेकिन कुछ महीने पहले ही भाजपा में शामिल हुए हैं. उनके पिता शिशिर भी तृणमूल कांग्रेस से ही सांसद थे और 21 मार्च को ही भाजपा में शामिल हुए हैं. शुभेंदु के पिता के अलावा उनके भाई और तृणमूल विधायक दिब्येंदु अधिकारी के भी भाजपा में शामिल होने की अटकलें हैं. नंदीग्राम में शुभेंदु की जीत को लेकर उनके पिता और भाई ने क्या कुछ कहा, आइए जानते हैं...

शिशिर अधिकारी: शुभेंदु की जीत तय है
नंदीग्राम में जमीन को लेकर जो आंदोलन शुरू हुआ था, उसमें शुभेंदु ने ही लाखों लोगों को एकजुट किया था. तृणमूल कांग्रेस को इसका रिजल्ट भी मिला. शुभेंदु नंदीग्राम से जरूर जीतेंगे. शुभेंदु ने ही नंदीग्राम आंदोलन को चलाया था. उन्होंने बताया कि आपको जानकर हैरानी होगी कि मैं एक घर के सामने से गुजर रहा था और वहां मुस्लिम बच्चा था, जिसका नाम शुभेंदु था. उन्होंने कहा कि शुभेंदु ही ऐसे व्यक्ति हैं, जो ममता को चुनौती दे सकते हैं. क्योंकि उनके साथ जनता का आशीर्वाद है.

ममता पर हमले पर क्या बोले शिशिर?
ममता बनर्जी ने दावा किया था कि जब वो नंदीग्राम में प्रचार के लिए आई थीं, तो उनके ऊपर किसी ने हमला किया था. इससे उन्हें चोट भी आई. इस पर शिशिर ने कहा कि ये गलत है. क्या इसका कोई सबूत है? उनसे इसकी एक्स-रे रिपोर्ट मांगनी चाहिए. उन्होंने कहा कि जब ये हमला हुआ, तो वो क्यों 200 किमी दूर कोलकाता के पीजी हॉस्पिटल गईं, जबकि नंदीग्राम में भी सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल है. यहां से 2 किमी दूर ही रायपाड़ा में प्राइमरी हेल्थ सेंटर भी है. उन्होंने कहा कि ममता ने वहां लोगों से बर्फ मांगी थी. अगर नंदीग्राम के लोगों को उन्हें धक्का देना ही था, तो क्या वो उन्हें बर्फ देते?

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शुभेंदु की जीत पर साफ-साफ नहीं बोले उनके भाई
शुभेंदु के भाई दिब्येंदु अधिकारी अभी टीएमसी में ही हैं और तामलुक सीट से विधायक हैं. उन्होंने नंदीग्राम से शुभेंदु की जीत पर कुछ साफ-साफ नहीं कहा. जब उनसे शुभेंदु की जीत को लेकर सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा कि शुभेंदु ने नंदीग्राम आंदोलन को लीड किया था. नंदीग्राम से लड़कर ममता ने भावनात्मक फैसला लिया है. 

चर्चा थी कि प्रधानमंत्री मोदी की रैली में दिब्येंदु भी भाजपा में शामिल हो जाएंगे, लेकिन वो इस रैली से गायब रहे. उनसे जब भाजपा में शामिल होने की बात पूछी गई, तो उन्होंने कहा, "एक-दो दिन में सब साफ हो जाएगा."

नंदीग्राम में 1 अप्रैल को वोटिंग
पश्चिम बंगाल की 294 सीटों के लिए 8 चरणों में वोटिंग होगी. नतीजे 2 मई को आएंगे. इस चुनाव की सबसे हाई प्रोफाइल सीट मानी जा रही नंदीग्राम में 1 अप्रैल को दूसरे चरण में वोटिंग होगी. शुभेंदु अधिकारी के तृणमूल कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल होने के बाद ममता बनर्जी ने भवानीपुर सीट छोड़कर नंदीग्राम से चुनाव लड़ने का फैसला किया था.

 

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