बंगाल विधानसभा चुनाव की सबसे हाई प्रोफाइल सीट नंदीग्राम में रोचक लड़ाई देखने को मिल सकती है. पहले इस सीट पर ममता बनर्जी और शुभेंदु अधिकारी के बीच सीधी लड़ाई मानी जा रही थी, लेकिन अब सीपीएम ने मीनाक्षी मुखर्जी को बतौर उम्मीदार उतार दिया है.
मीनाक्षी मुखर्जी डीवाईएफआई नेता है. पहले नंदीग्राम सीट अब्बास सिद्दीकी के (ISF) को दी गई थी, लेकिन अब्बास सिद्दीकी की पार्टी ने नंदीग्राम सीट लेने से मना कर दिया था. पूर्वी मेदिनीपुर के नंदीग्राम विधानसभा सीट पर दूसरे चरण में 1 अप्रैल को मतदान होना है.
मीनाक्षी मुखर्जी कांग्रेस, वाम मोर्चा और फुरफुरा शरीफ के पीरजादा अब्बास सिद्दीकी की पार्टी इंडियन सेक्युलर फ्रंट (आइएसएफ) की संयुक्त उम्मीदवार हैं. वाम मोर्चा के नेता बिमान बोस ने बुधवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस करके यह जानकारी दी.
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के नंदीग्राम से चुनाव लड़ने ऐलान के बाद से नंदीग्राम सीट सबसे ज्यादा सुर्खियों में है. शुभेंदु अधिकारी के तृणमूल कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में शामिल होने के बाद ममता बनर्जी ने भवानीपुर सीट छोड़कर नंदीग्राम से चुनाव लड़ने का फैसला किया था.
ममता बनर्जी ने दाखिल किया नामांकन
ममता बनर्जी ने नंदीग्राम से अपना नामांकन दाखिल कर दिया है. बुधवार को नामांकन से पहले ममता शिव मंदिर में पूजा करने के लिए पहुंचीं. इसके बाद उन्होंने हल्दिया में पदयात्रा निकालकर पर्चा भरा. इस बीच बीजेपी प्रत्याशी शुभेंदु अधिकारी भी नंदीग्राम पहुंचे और अपने नए चुनाव कार्यालय का उद्घाटन किया. शुभेंदु अधिकारी 12 मार्च को नामांकन दाखिल करेंगे.
बीजेपी प्रत्याशी शुभेंदु अधिकारी के नामांकन में स्मृति इरानी, धर्मेंद्र प्रधान, मिथुन चक्रवर्ती जैसे दिग्गजों के मौजूद रहने की उम्मीद है. इधर ममता अकेले ही महासंग्राम के मैदान में उतर चुकी हैं.