पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बंगाल चुनाव से पहले बीजेपी और केंद्र सरकार पर जोरदार हमला किया है. ममता बनर्जी ने कहा है कि धर्म और जाति के नाम पर बंगाल में कभी चुनाव नहीं हुआ है लेकिन बीजेपी ने इसकी शुरुआत की है. पहले उन्होंने धर्म के नाम पर लोगों को बांटा और अब जाति के नाम पर बांट रहे हैं. ममता ने कहा कि बीजेपी ने यहां के बंगालियों को आपस में बांटने का काम कर रही है.
इंडिया टुडे कॉन्क्लेव (India Today Conclave East 2021) के चौथे संस्करण में ममता बनर्जी ने कहा कि बीजेपी नफरत फैलाने वाली पार्टी है उन्होंने ऐसी सरकार कभी नहीं देखी है. ममता बनर्जी ने कहा कि बीजेपी सरकार देश में लोगों का आवाज बंद कर रही है, लेकिन ऐसा करना लोकतंत्र में ठीक नहीं होता है. ये जबर्दस्ती होता है. बीजेपी मेरे खिलाफ नहीं लड़ सकती है.
गृह मंत्री पर हमला करते हुए ममता बनर्जी ने कहा कि बंगाल आना अमित शाह का हक है, वो आ सकते हैं, बोल सकते हैं इसमें मुझे कोई दिक्कत नहीं है. मैं हमेशा लक्ष्मण रेखा का पालन करती हूं. लेकिन अमित शाह क्या करते हैं. ममता बनर्जी को कहते हैं कि, "मुझे धमकाती हैं, देखा जाएगा...वो कहते हैं इसको बर्बाद कर देंगे...इसको यही करना पड़ेगा...अमित शाह क्या समझते हैं...क्या मैं उनकी बंधुआ मजदूर हूं...क्या मैं उनकी मेड सर्वेंट हूं...मैं नहीं हूं...हिम्मत है तो मेरे साथ लड़कर देखिए."
बीजेपी पर जमकर बरसी @MamataOfficial कहा- 'ये डर्टी पॉलिटिक्स बंद करो'@rahulkanwal | #ConclaveEast21 | https://t.co/mcp5zKxjk7 pic.twitter.com/BBFHniJb7A
— AajTak (@aajtak) February 11, 2021
ममता बनर्जी ने अमित शाह को चुनौती देते हुए कहा, "एक शायरी है...सरफरोशी की तमन्ना आज हमारे दिल में है...देखते हैं जोर कितना बाजू-कातिल में है. हम इसी के लिए लड़ते हैं...अगर आप डरोगे तो मरोगे. हमें साथ आकर इस भ्रष्ट, अयोग्य और नाकाम सरकार के खिलाफ लड़ना चाहिए."
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर आरोप लगाते हुए ममता बनर्जी ने कहा कि उन्हें बंगाल के महापुरुषों के बारे में जानकारी नहीं है. वे टेलीप्रोम्पटर में उनका नाम देखकर बोलते हैं. ममता बनर्जी ने कहा कि नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती पर आयोजित कार्यक्रम में उन्होंने देखा कि पीएम मोदी टेलीप्रोम्पटर में देखकर बोल रहे हैं.
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ममता बनर्जी ने कहा कि ये जानकारी तो मुझे है लेकिन आम पब्लिक को नहीं है. ममता बनर्जी ने कहा कि बीजेपी के नेताओं को कुछ कहने से पहले शीशे में अपनी तस्वीर देखना चाहिए...क्योंकि चैरिटी बिगिंस एट होम.
ममता बनर्जी ने कहा कि नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती पर राजनीतिक नारे लगाने से वह नाराज हुई हुई थीं...न कि जय श्रीराम के नारे से.