
इंडिया टुडे कॉन्क्लेव ईस्ट 2021 के दूसरे दिन राम बनाम दुर्गा सत्र में चर्चा के दौरान पश्चिम बंगाल में बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष ने तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) पर हमला करते हुए कहा कि टीएमसी की कोई विचारधारा नहीं है. वे राजनीति के स्थान पर धर्म की बात करते हैं और धर्म के स्थान पर राजनीति के बारे में बात करते हैं. भगवान राम एक राजा, एक सक्षम शासक थे.
कॉन्क्लेव में बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष ने 'राम बनाम दुर्गा' सत्र पर बहस करते हुए कहा कि वे आश्चर्यचकित हैं कि तृणमूल कांग्रेस ने कैसे 'भगवान राम के खिलाफ दुर्गा मां' को खड़ा कर किया. काकोली घोष दस्तिदार ने कहा कि "कोई भी हिंदू धर्म का संरक्षक नहीं है और यह बीजेपी है जिसने 'जय श्री राम' को चुनावी विषय बना दिया है, इस पर दिलीप घोष ने कहा, 'भगवान राजा थे, गांधी जी ने भी राम राज्य की कल्पना की थी. दुर्गा पता नहीं कहां से आ जाती हैं. वो तो राम की आराधना करती थीं. आप दुर्गा और राम की तुलना कैसे कर सकते हैं. उन्होंने कहा, 'भगवान राम राजा थे, मर्यादा पुर्षोत्तम थे. दुर्गा पता नहीं कहां से ले आते हैं.'
बीजेपी की कोशिश शर्मनाकः काकोला घोष
टीएमसी नेता और लोकसभा सांसद डॉक्टर काकोली घोष दस्तिदार ने कहा कि बीजेपी देश के धार्मिक इतिहास को फिर से लाने की कोशिश कर रही है जो वास्तव में शर्मनाक है.
इंडिया टुडे कॉन्क्लेव ईस्ट 2021 में टीएमसी सांसद डॉ. काकोली घोष दस्तीदार ने दिलीप घोष की बात पर पलटवार करते हुए कहा कि ये खुद हिंदुओं को बांटने का काम कर रहे हैं, दुर्गा और भगवान राम में तुलना करके.
दुर्गा पूजा को लेकर दिलीप घोष ने कहा कि दुर्गा पूजा में यहां पर बाधा डालते हैं. फिर कोर्ट से हम अनुमति लेकर आते हैं. कोर्ट ने उनसे पूछा कि ऐसा क्यों है तो कहते हैं कि मुहर्रम था. कोर्ट ने पूछा कि अगर इस दिन 26 जनवरी पड़ेगा तो क्या इसे बंद कर दिया जाएगा.
बीजेपी का कोई एजेंडा नहीं: पवन खेड़ा
कॉन्क्लेव में कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने कहा कि भारत में अनेकों धर्म, संस्कृति के लोग वर्षों से एक साथ रहते आए हैं. लेकिन बीजेपी अब देवताओं को भी बांटने का काम कर रही है. बीजेपी का कोई एजेंडा नहीं है, उनके पास कोई मुद्दा नहीं है. ऐसे में अगर वो चुनाव जीत जाएं और देश हार जाए तो ये कैसी जीत है.

पवन खेड़ा की टिप्पणी पर जवाब देते हुए दिलीप घोष ने कहा कि बांटने का काम किसने शुरू किया, सबसे पहले कांग्रेस ने दिया और अब उन्हीं के रास्ते पर टीएमसी चल रही है. जहां-जहां कांग्रेस का झंडा था आज वहां बीजेपी का झंडा लहरा रहा है. हमारे प्रधानमंत्री पानी, बिजली, शौचालय की बात करते हैं, इसलिए पूरी दुनिया मोदी-मोदी कर रही है. इनका नाम कौन ले रहा है.
बहस के दौरान सीपीआईएम नेता डॉ. फवाद हलीम ने कहा कि 'राम बनाम दुर्गा' का खेल बीजेपी और टीएमसी के बीच फिक्स मैच की तरह है. दोनों में से कोई भी पार्टी मुद्दों पर बात करना ही नहीं चाहती.
'जय श्री राम' राजनीतिक नाराः नुसरत जहां
इससे पहले इंडिया टुडे कॉन्क्लेव ईस्ट 2021 के पहले दिन गुरुवार को पश्चिम बंगाल में बीजेपी महिला मोर्चा की अध्यक्ष अग्निमित्रा पॉल ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को चुनौती देते हुए कहा कि अगर वह हिंदू हैं तो उन्हें जय श्री राम कहने में क्या दिक्कत है. जय श्री राम' भी 'जय सिया राम', 'राम राम' की तरह ही है.
इंडिया टुडे कॉन्क्लेव ईस्ट 2021 में चर्चा के दौरान पिछले महीने कोलकाता में सुभाष चंद्र बोस की जयंती पर आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान 'जय श्री राम' का नारा लगाए जाने से नाराज ममता बनर्जी के भाषण देने से मना कर दिए जाने पर टीएमसी सांसद नुसरत जहां ने कहा कि 'जय श्री राम' कहा जाना एक राजनीतिक नारे की तरह है. अगर 'जय श्री राम' राजनीतिक नारा नहीं है तो मां माटी मानुष भी टीएमसी का नारा नहीं है. अगर आप धर्म का इस्तेमाल राजनीति में करते हैं तो यह सही नहीं है. जबकि वह राजनीतिक आयोजन नहीं था.
हालांकि टीएमसी नेता नुसरत जहां के 'जय श्री राम' को राजनीतिक नारा करार दिए जाने पर आपत्ति जताते हुए बीजेपी नेता अग्निमित्रा पॉल ने कहा, 'मैं इससे सहमत नहीं हूं कि 'जय श्री राम' एक राजनीतिक नारा है. राम-राम, जय श्री राम तो कई हजार साल से बोला जा रहा है. जय सियाराम या जय श्री राम ये समृद्धि की तरह है, विकास की तरह है.'
इंडिया टुडे कॉन्क्लेव ईस्ट 2021 में पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने कहा कि बंगाल का शासन संविधान और कानून के शासन से परे जा रहा है. राज्य में इतना डर का माहौल है कि कोई डर के मारे इस डर की भी चर्चा नहीं करता. राज्य में इमरजेंसी जैसे हालात हैं.