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बंगाल: राज्य चुनाव आयोग को BJP ने सौंपा मेमोरेंडम, पुलिस पर लगाए गंभीर आरोप

बंगाल बीजेपी ने पुलिस प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाते हुए मांग की, ऐसे पुलिसकर्मियों को तत्काल ड्यूटी से हटाया जाए, जो चुनाव में सत्ताधारी पार्टी का साथ दे रहे हैं. बीजेपी के मनोनीत राज्यसभा सदस्य स्वपन दासगुप्ता ने कहा कि चुनाव कर्मियों के साथ राज्य की पुलिस और पोलिंग एजेंटों का वोट डालने की प्रक्रिया के लिए लोगों के घर जाना सही नहीं है.

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टीएमसी और बीजेपी का फ्लैग
टीएमसी और बीजेपी का फ्लैग
स्टोरी हाइलाइट्स
  • बंगाल पुलिस पर लगाए गंभीर
  • ममता सरकार पर भी साधा निशाना

पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव की तारीखों की घोषणा हो चुकी है. यहां पर 8 फेज में चुनाव होगा. ऐसे में सत्ताधारी टीएमसी और विपक्षी दल बीजेपी के बीच सियासी बयानबाजी और तेज हो गई है. बीजेपी के मनोनीत राज्यसभा सदस्य स्वपन दासगुप्ता ने राज्य चुनाव आयोग (West Bengal CEO) के सामने प्रशासन के दुरुपयोग का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि चुनाव कर्मियों के साथ राज्य की पुलिस और पोलिंग एजेंटों का वोट डालने की प्रक्रिया के लिए लोगों के घर जाना सही नहीं है. बीजेपी इसका विरोध करती है. 

बंगाल बीजेपी के नेताओं ने आज राज्य चुनाव आयोग को एक मेमोरेंडम सौंपा. बीजेपी नेता ने कहा कि हम पिछले कुछ दिनों से कोलकाता पुलिस कमिश्नर से मिलने की कोशिश कर रहे हैं. लेकिन वो कोई रिस्पॉन्स नहीं दे रहे. चुनाव को लेकर कुछ मौजूदा अधिकारी पक्षपातपूर्ण तरीके से व्यवहार कर रहे हैं और कमिश्नर हमें समय नहीं दे रहे. 

बंगाल बीजेपी के नेता शिशिर बजोरिया ने आरोप लगाया कि सरकारी योजनाओं के प्रचार में पुलिस अमला लगा हुआ है. लोगों के आधार कार्ड लिए जा रहे हैं. उन्होंने कई पुलिसकर्मियों के नाम भी लिए हैं. 

स्वपन दासगुप्ता ने प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाते हुए मांग की ऐसे पुलिसकर्मियों को तत्काल ड्यूटी से हटाया जाए, ताकि पारदर्शी चुनाव हो सके. उन्होंने कहा कि कोलकता में हमारे में वाहनों में तोड़फोड़ की गई. लेकिन आरोपियों के खिलाफ जमानती धारा में केस दर्ज किया गया. लूट का केस नहीं दर्ज किया गया. फूल बागान पुलिस ने हमारे साथ भेदभाव किया. 

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वहीं, बीजेपी सांसद अर्जुन सिंह ने आरोप लगाया कि सीएम ममता बनर्जी पुलिस का गलत इस्तेमाल कर रही हैं. वो चुनाव में सरकारी मशीनरी का दुरुपयोग कर रही हैं. सांसद ने केंद्र से संज्ञान लेने की बात कही.  

बता दें कि बंगाल में 27 मार्च को पहले चरण की वोटिंग होगी. एक अप्रैल को दूसरे फेज का मतदान, 6 अप्रैल को तीसरे फेज का मतदान, 10 अप्रैल को चौथे फेज का मतदान, 17 अप्रैल को पांचवे फेज का मतदान, 22 अप्रैल को छठे फेज का मतदान, 26 अप्रैल को 7वें फेज का मतदान और 29 अप्रैल को आखिरी 8वें फेज का मतदान होगा. ऐसे में राज्य का सियासी पारा चढ़ता जा रहा है. 


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