पश्चिम बंगाल के मुस्लिम बहुल मुर्शिदाबाद जिले की जंगीपुर और शमशेरगंज दो विधानसभा सीटों पर चुनाव आयोग ने 13 मई को चुनाव कराने का ऐलान किया है. लेकिन इस बार 13 या 14 मई को ईद का त्योहार पड़ने की संभावना है. इसे देखते हुए टीएमसी, कांग्रेस और लेफ्ट पार्टियों के साथ-साथ मुस्लिम समुदाय चुनाव आयोग के इस निर्णय से नाखुश बताया जा रहा है. पार्टियों ने मांग की है कि दोनों सीटों पर ईद के कम से कम तीन दिन के बाद वोटिंग कराई जाए. अब देखना है कि चुनाव आयोग इस दिशा में क्या कदम उठाता है.
बता दें कि मुर्शिदाबाद जिले की शमशेरगंज सीट पर पहले छठे चरण में 22 अप्रैल को मतदान होना था, लेकिन 15 अप्रैल को इस सीट से कांग्रेस प्रत्याशी रेजाउल हक का कोरोना से निधन हो गया. इसी तरह जंगीपुर सीट पर भी उसी दिन यानि 22 अप्रैल मतदान होना था लेकिन 16 अप्रैल को वहां के कांग्रेस-लेफ्ट संयुक्त मोर्चा के प्रत्याशी प्रदीप नंदी की भी कोरोना से मृत्यु हो गई. इसी के चलते चुनाव आयोग ने यहां वोटिंग की डेट बढ़ा दी है.
मुख्यमंत्री व टीएमसी प्रमुख ममता बनर्जी से लेकर कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी और असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम ने भी चुनाव की डेट आगे बढ़ाने की मांग की है. इन लोगों ने चुनाव आयोग को पत्र लिखकर 13 मई के वोटिंग वाले निर्णय पर पुनर्विचार करने को कहा है.
वहीं, पश्चिम बंगाल में मस्जिद समिति की सबसे बड़ी संस्था बंगाल इमाम एसोसिएशन ने भी चुनाव आयोग से अपील की है कि वो शमशेरगंज, जंगीपुर विधानसभा सीट पर ईद के कम से कम तीन दिन बाद मतदान कराए. इमाम एसोसिएशन के अध्यक्ष मोहम्मद याहया ने एक बयान में कहा कि इस बार ईद 13 या 14 मई को मनाई जा सकती है, जिसके चलते दोनों सीटों पर वोटिंग की तारीख को तीन दिन के लिए आगे बढ़ा दिया जाए, क्योंकि यहां मुस्लिम समुदाय बड़ी संख्या में है. ईद के त्योहार के चलते मुस्लिमों को अपने मताधिकार का प्रयोग करने में दिक्कत हो सकती है.
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और टीएमसी प्रमुख ममता बनर्जी ने मंगलवार को चुनाव आयोग से अपील की कि कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए पश्चिम बंगाल के बाकी के तीन चुनाव एक ही दिन या दो दिन में करवा लें. इस बीच प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी ने चुनाव आयोग को पत्र लिखकर चुनाव के बाकी चरणों को रमजान महीने व कोरोना का प्रकोप कम होने के बाद कराने का अनुरोध किया है. अधीर ने कहा कि कोरोना संक्रमित होकर अब तक दो प्रत्याशियों की मौत हो चुकी है. ऐसे में इन सीटों पर ईद के बाद चुनाव कराए जाएं.