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CISF के सुरक्षा घेरे में रहेंगे पश्चिम बंगाल के मुख्य चुनाव अधिकारी, MHA ने Y+ कैटेगरी की सिक्योरिटी दी

पश्चिम बंगाल में अगले साल विधानसभा चुनाव हैं. इस बीच, केंद्र सरकार ने राज्य के मुख्य चुनाव अधिकारी की सुरक्षा को लेकर बड़ा फैसला लिया है. गृह मंत्रालय ने CEO को Y+ सुरक्षा देने का फैसला लिया है. अब CISF के जवान बंगाल के मुख्य चुनाव अधिकारी की सुरक्षा व्यवस्था संभालेंगे. सरकार ने यह निर्णय थ्रेट परसेप्शन रिपोर्ट के बाद लिया है.

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पश्चिम बंगाल में चुनावी माहौल के बीच मुख्य चुनाव अधिकारी को CISF की Y+ सुरक्षा दी गई. (File Photo)
पश्चिम बंगाल में चुनावी माहौल के बीच मुख्य चुनाव अधिकारी को CISF की Y+ सुरक्षा दी गई. (File Photo)

पश्चिम बंगाल के मुख्य चुनाव अधिकारी (Chief Electoral Officer) मनोज कुमार अग्रवाल को केंद्र सरकार ने Y+ श्रेणी की सुरक्षा प्रदान की है. गृह मंत्रालय ने यह फैसला एक खुफिया रिपोर्ट के आधार पर लिया है. अब सीआईएसएफ के जवान उनकी सुरक्षा में तैनात रहेंगे.

जानकारी के मुताबिक, गृह मंत्रालय (MHA) ने यह सुरक्षा खुफिया विभाग की थ्रेट परसेप्शन रिपोर्ट के आधार पर मंजूर की है. इसके तहत अब केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (CISF) के जवान उनकी सुरक्षा व्यवस्था संभालेंगे.

सुरक्षा से जुड़े इनपुट के आधार पर फैसला...

सूत्रों के मुताबिक, शनिवार से पश्चिम बंगाल में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (Special Intensive Revision) की प्रक्रिया के तहत सुनवाई शुरू हो रही है. इसी दौरान सुरक्षा से जुड़े इनपुट सामने आने के बाद गृह मंत्रालय ने मुख्य चुनाव अधिकारी को Y+ कैटेगरी की सुरक्षा देने का फैसला लिया.

सुरक्षा में तैनात रहेंगे CISF के जवान

Y+ सुरक्षा के तहत आमतौर पर कई सशस्त्र सुरक्षाकर्मी चौबीसों घंटे संबंधित अधिकारी की सुरक्षा में तैनात रहते हैं. इसमें आवास, कार्यालय और आवाजाही के दौरान सुरक्षा कवर शामिल होता है.

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गौरतलब है कि पश्चिम बंगाल में चुनावी प्रक्रिया को लेकर पहले भी कई बार तनावपूर्ण हालात देखे गए हैं. मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण जैसी संवेदनशील प्रक्रिया के दौरान मुख्य चुनाव अधिकारी की भूमिका अहम होती है. ऐसे में केंद्र सरकार का यह फैसला सुरक्षा दृष्टि से महत्वपूर्ण माना जा रहा है.

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