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राहुल गांधी की रैली में बंटी 'लाल किताब', अंदर थे कोरे कागज, BJP ने कहा- नकली संविधान

राहुल गांधी ने महाराष्ट्र के नागपुर में एक रैली की. इस दौरान उन्होंने 'लाल किताब' लहराई, जिसके कवर पर कॉन्स्टिट्यूशन ऑफ इंडिया लिखा हुआ था, जबकि अंदर कोरे पन्ने थे. कांग्रेस का कहना है कि उन्होंने अपने कार्यकर्ताओं को नोटपैड बांटा है. जबकि, बीजेपी इस मुद्दे को लेकर हमलावर हो गई है.

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नागपुर में रैली के दौरान लाल किताब लहराते राहुल गांधी और किताब के कोरे पन्ने.
नागपुर में रैली के दौरान लाल किताब लहराते राहुल गांधी और किताब के कोरे पन्ने.

लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी की नागपुर रैली को लेकर सियासी संग्राम छिड़ गया है. बीजेपी कांग्रेस नेता की इस रैली पर जमकर निशाना साधते हुए कह रही है कि कांग्रेस पार्टी संविधान को नोटपैड की तरह इस्तेमाल कर रही है.

दरअसल, कांग्रेस ने बुधवार को नागपुर के सुरेश भट सभागार में संविधान सम्मेलन का आयोजन किया, जिसमें राहुल गांधी भी शामिल हुये. कार्यक्रम के दौरान वहां मौजूद लोगों को संविधान की 'लाल किताब' बांटी गई.  नोटपैड जैसी दिखने वाली इस किताब के सामने वाले हिस्से में 'Constitution of India' लिखा हुआ था. वहीं, अंदर के पहले पेज पर प्रिंबल था और बाकी के पेज कोरे थे.

महाराष्ट्र विधानसभा से पहले इस घटना के बाद अब बीजेपी को कांग्रेस को घेरने का मौका मिल गया है. बीजेपी ने कोरे कागज का हवाला देते हुए इसका वीडियो वायरल किया है.

BJP ने जारी किया Video

बीजेपी के आरोपों पर कांग्रेस नेता विजय वडेट्टीवार ने पलटवार किया है. वडेट्टीवार ने कहा,'राहुल गांधी के  नागपुर दौरे से बीजेपी इतनी डरी हुई क्यों है? संविधान सम्मान सम्मेलन में आए हुए मान्यवरों को नोटपैड और पेन दिए जाते हैं. उसी नोटपैड का वीडियो बनाकर इस तरह के बेतुके आरोप लगाना दूर-दूर तक समझदारी नहीं दिखाता! राहुल गांधी नागपुर आए तो बीजेपी वाले इतने घबरा गए? फेक नैरेटिव बनाने वालों, डरो मत. संविधान और राहुल गांधी समय-समय पर तुम्हारे झूठ का पर्दाफाश करेंगे! यह तो बस शुरुआत है.'

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बीजेपी ने बताया संविधान का अपमान

विजय वडेट्टीवार के ट्वीट पर बीजेपी ने दोबारा जवाब दिया है. BJP ने कहा,'सत्य स्वीकारने के लिए आपका बहुत-बहुत धन्यवाद. राहुल गांधी के 'नकली संविधान' का खुलासा होने के बाद विजय वडेट्टीवार इसे संभालने आए हैं. दरअसल, संविधान का आवरण लगाकर उसे नोटपैड की तरह उपयोग करना भी महामानव डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर के लिखे संविधान का अपमान है. कांग्रेस ने इससे पहले भी कई बार संविधान को पैरों तले रौंदा है, और अब संविधान का आवरण नोटपैड के रूप में इस्तेमाल किया जा रहा है.'

'ये आपकी नकली कहानी का हिस्सा'

BJP ने कांग्रेस से सवाल करते हुए पूथा,'संविधान को नोटपैड की तरह इस्तेमाल करते समय क्या आपने अपनी बुद्धि गिरवी रख दी थी? केवल आवरण दिखाना और जनता को भ्रमित करना आपकी नकली कहानी का हिस्सा है. इसका सीधा जवाब महाराष्ट्र की जनता 20 तारीख को अपने मतों से देगी.'

संविधान का मुद्दा उठा रही है कांग्रेस

बता दें कि 2024 में हुए लोकसभा चुनाव के पहले से कांग्रेस, भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) को संविधान के मुद्दे पर घेर रही है. कांग्रेस तब आरोप लगा रही थी कि बीजेपी फिर सत्ता में आई और 400 सीटें आईं तो संविधान बदल देगी. हालांकि, इसके बाद भी बीजेपी गठबंधन के साथियों के साथ केंद्र में सरकार बनाने में कामयाब रही, लेकिन कांग्रेस ने इस मुद्दे को अब तक नहीं छोड़ा है. इससे पहले भी कई रैलियों में राहुल गांधी संविधान की कॉपी मंच से लोगों को दिखा चुके हैं.

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