महाराष्ट्र और झारखंड की चुनावी तारीखों को लेकर कई दिनों से चला आ रहा सस्पेंस आज खत्म हो गया. चुनाव आयोग ने आज दोनों राज्यों के चुनावी कार्यक्रम का ऐलान कर दिया. इसके अलावा 48 विधानसभा सीटों पर और दो लोकसभा सीटों पर उपचुनाव की तारीख का ऐलान हुआ है.
बता दें कि महाराष्ट्र में 288 विधानसभा सीटें हैं और सरकार बनाने के लिए किसी भी गठबंधन को 145 सीटें चाहिए होंगी. वहीं झारखंड में विधानसभा की 81 सीटें हैं और सरकार बनाने के लिए किसी भी दल को 42 सीटों की जरूरत होगी.
चुनावी तारीखों की बात करें तो महाराष्ट्र में एक चरण में चुनाव 20 नवंबर को होंगे. वहीं झारखंड में दो चरणों में चुनाव होंगे. इस राज्य में 13 और 20 नवंबर को वोट डाले जाएंगे. इन दोनों राज्यों के नतीजे एक साथ ही आएंगे. 23 नवंबर को दोनों राज्यों के नतीजे एक साथ आएंगे.
48 विधानसभा और 2 लोकसभा सीटों पर उपचुनाव की घोषणा हुई है. 13 नवंबर को 47 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होंगे. वहीं केदारनाथ विधानसभा उपचुनाव के लिए वोटिंग 20 नवंबर को होगी.
इसके अलावा 2 लोकसभा सीटों पर भी उपचुनाव होना है. इनमें भी दो चरणों में उपचुनाव होना है. दो लोकसभा सीटों पर विस्तार से बात करें तो केरल की वायनाड सीट पर 13 नवंबर को वोटिंग होगी तो वहीं महाराष्ट्र की नांदेड़ सीट पर 20 नवंबर को वोट डाले जाएंगे.
झारखंड में दो चरणों में मतदान होंगे. चुनाव आयुक्त के मुताबिक 13 और 20 नवंबर को मतदान होगा. वहीं इस राज्य के चुनावी नतीजे भी महाराष्ट्र के साथ भी आएंगे. महाराष्ट्र और झारखंड दोनों राज्यों के विधानसभा चुनाव के नतीजे 23 नवंबर को ही आएंगे.
महाराष्ट्र में 20 नवंबर को वोटिंग होगी और 23 को नतीजे आएंगे. राज्य की सभी 288 सीटों पर एक ही चरण में मतदान होना है. चुनाव आयोग के मुताबिक नामांकन की आखिरी तारीख 29 अक्टूबर है.
मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने कहा, 'झारखंड में कुल मतदाताओं की संख्या 2.6 करोड़ है, जिसमें से 1.29 करोड़ महिला और 1.31 करोड़ पुरुष मतदाता हैं. पहली बार मतदान करने वाले मतदाताओं की संख्या 11.84 लाख है. झारखंड में 29,562 पोलिंग स्टेशन होंगे.'
झारखंड चुनाव पर चुनाव आयोग ने कहा, 24 जिलों की 81 विधानसभा सीटों पर वोटिंग होनी है. इनमें से 44 सीटें जनरल कैटेगरी की हैं. तो वहीं एससी के लिए 9 सीटें आरक्षित हैं और एसटी कैटेगरी के लिए 28 सीटें आरक्षित हैं.
प्रेस कॉन्फ्रेंस की शुरुआत में सीईसी राजीव कुमार ने हरियाणा और जम्मू-कश्मीर के मतदाताओं को मतदान में उनकी सशक्त भागीदारी के लिए बधाई दी. उन्होंने कहा, जम्मू-कश्मीर के लोगों ने लोकतंत्र के त्योहार को ऐतिहासिक बनाया. उन्होंने बड़ी संख्या में भाग लिया, अपने अधिकार का इस्तेमाल किया. मताधिकार का अच्छे से प्रयोग किया और लोकतंत्र की मजबूत नींव रखी. इन चुनावों में जो जज्बा दिखाया गया, उसे लंबे समय तक याद रखा जाएगा. इस सार्वजनिक जनादेश ने नई उम्मीदें जगाई हैं. अब इस लोकतांत्रिक यात्रा को आगे ले जाना जम्मू-कश्मीर के लोगों पर है.
चुनाव तारीखों के ऐलान के दौरान मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने बताया कि झारखंड में कुल 2.6 करोड़ मतदाता हैं.
महाराष्ट्र के बारे में जानकारी देते हुए CEC ने कहा कि राज्य में कुल 1,00,186 पोलिंग बूथ बनाए जाएंगे.
भारत निर्वाचन आयोग ने दिल्ली में प्रेस कॉन्फ्रेंस की. झारखंड और महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान जल्द ही किया जाएगा.
चुनाव की घोषणा से चंद मिनट पहले महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने निचले स्तर के सरकारी कर्मचारियों के लिए दिवाली बोनस की घोषणा की है. बीएमसी कर्मचारियों को 29 हजार रुपये बोनस देने की घोषणा की गई है. यह पिछले साल से तीन हजार ज्यादा है. किंडरगार्टन शिक्षकों और आशा कार्यकर्ताओं को भी बोनस मिलेगा.
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस ने अशोक गहलोत, सचिन पायलट और अन्य बड़े नेताओं को पर्यवेक्षक नियुक्त किया है. इसके अलावा कांग्रेस ने क्षेत्रों के हिसाब से भी अन्य कई नेताओं को नियुक्त किया है.
मुंबई और कोंकण के लिए: अशोक गहलोत और डॉ. जी. परमेश्वर
विदर्भ (अमरावती और नागपुर) के लिए: भूपेश बघेल, चरणजीत सिंह चन्नी, उमंग सिंघार
मराठवाड़ा: सचिन पायलट, उत्तम कुमार रेड्डी
पश्चिमी महाराष्ट्र: टी.एस. सिंहदेव, एम.बी. पाटिल
उत्तर महाराष्ट्र: डॉ. सैयद नसीर हुसैन, डी.अनसूया सीताक्का
राज्य चुनाव वरिष्ठ समन्वयक के रूप में पार्टी ने मुकुल वासनिक और अविनाश पांडे को चुना है.
- दो साल पहले हिंदुत्व और विकास का मुद्दा उठाकर एकनाथ शिंदे और बाद मे अजित पवार बीजेपी को आकर मिले हैं.
- एकनाथ शिंदे को लोकसभा में मिली 7 सीटें और उनकी बढ़ती लोकप्रियता भी महायुति के लिए कारगर साबित हो सकती है.
- नरेंद्र मोदी का करिश्मा, अर्बन इलाकों में बीजेपी की अच्छी पकड़ और हिंदुत्व के मुद्दे पर शिंदे को साथ लेना, इसका भी असर पड़ सकता है.
- कोस्टल रोड, समृद्धी महामार्ग, मुंबई मेट्रो, नवी मुंबई एअरपोर्ट जैसे बड़े-बड़े प्रोजेक्ट्स दिखाकर महायुति दावा कर सकती है कि हम विकास की राजनीति की ओर जा रहे हैं.
- हिंदुत्व का मुद्दा भी बहुत अहम बना है, जिस तरह से मुस्लिम समुदाय ने योजना के साथ वोटिंग किया है, उसे बीजेपी ने ‘वोट जिहाद’ का नाम देकर हिंदुओं को एकजुट करने की कोशिश की है.
कई राज्यों में विधान सभा और लोकसभा की खाली हुई सीटों पर भी उपचुनाव की घोषणा की आज प्रबल संभावना है. सूत्रों के मुताबिक निर्वाचन आयोग कई राज्यों में विधान सभा और लोकसभा की खाली सीटों पर उपचुनावों की भी घोषणा करेगा.
सूत्रों के मुताबिक 19 नवंबर तक मतदान हो जाएगा और 22 नवंबर तक मतगणना के नतीजे आ जाएंगे. इसके अगले दिन 23-24 नवंबर तक नई विधान सभा गठन की अधिसूचना जारी हो जाएगी. इसके बाद जिस दिन विधानसभा की पहली बैठक होगी, उस दिन से अगले पांच साल तक का कार्यकाल होगा.
(रिपोर्ट: संजय शर्मा)