तमिलनाडु में अगले साल यानी 2026 में विधानसभा चुनाव होने हैं. कोयंबटूर में हुए इंडिया टुडे कॉन्क्लेव साउथ के मंच पर इन चुनावों की गूंज भी सुनाई दी. इस कॉन्क्लेव के दूसरे और अंतिम दिन सूबे की सत्ता पर काबिज डीएमके और उसकी गठबंधन सहयोगी कांग्रेस के साथ ही विपक्षी एआईएडीएमके और भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के नेता एक मंच पर थे. इस दौरान एंटी इनकम्बेंसी के साथ ही केंद्र-राज्य संबंधों और विधानसभा चुनाव से पहले अभिनेता विजय की पार्टी टीवीके की वाइल्डकार्ड एंट्री पर गर्मागर्म बहस हुई.
DMK के प्रवक्ता ए सरवनन ने तमिलनाडु की पहचान चुरा लेने के संघ विचारक एस गुरुमूर्ति के आरोप को खारिज कर दिया और जोर देकर कहा कि तमिलनाडु की सांस्कृतिक विरासत का प्रतिनिधित्व उनकी पार्टी ही करती है. उन्होंने यह भी कहा कि अगर केंद्र ने सच्चे संघवाद का पालन किया होता, तो तमिलनाडु 'कैलिफ़ोर्निया' से भी आगे निकल जाता. डीएमके के प्रवक्ता ने सर्व शिक्षा अभियान के तहत तमिलनाडु को मिलने वाला 2500 करोड़ का फंड तीसरी भाषा के रूप में हिंदी का विरोध करने के कारण रोके जाने की बात भी कही.
उन्होंने कहा कि यह जेब खर्च नहीं है. यह वह पैसा है, जिससे तमिलनाडु में शिक्षा का कायाकल्प हो सकता था. डीएमके प्रवक्ता ने नान मुधलवन जैसी योजनाओं का भी हवाला दिया और यह भी बताया कि तमिलनाडु किस तरह से छात्रों के लिए अवसर उत्पन्न कर रहा है. उन्होंने केंद्र सरकार पर त्रिभाषा नीति के साथ ही नीट थोपने का भी आरोप लगाया. वहीं, एआईएडीएमके के कोवई सत्यन ने कहा कि तमिलनाडु के लोग अब डीएमके के फेक नैरेटिव और झूठे वादों से आजिज आ चुके हैं.
एआईएडीएमके नेता ने कहा कि एमके स्टालिन ने साल 2021 में वादा किया था कि एक हस्ताक्षर से नीट समाप्त कर देंगे. वह ऐसा करने में विफल रहे. उन्होंने यह भी कहा कि आजादी के बाद डीएमके की सरकार ऐसी इकलौती सरकार है, जो विज्ञापनों से चलती है. स्टालिन की अपनी ग्लोबल इमेज बनाने की कोशिशों ने पेरियार को भी हंसी का पात्र बना दिया है. सत्यन ने कहा कि पलानीस्वामी की अगुवाई में एआईएडीएमके की सरकार ने प्राकृतिक आपदाओं का सामना किया, राष्ट्रीय औसत से अधिक विकास दर हासिल करने के साथ ही इस सरकार के विपरीत निवेश भी सुनिश्चित किया.
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उन्होंने सीएम स्टालिन को सार्वजनिक रूप से यह ऐलान करने की चुनौती भी दी कि बेटे उदयनिधि उनके उत्तराधिकारी नहीं होंगे. डीएमके के प्रवक्ता सरवनन ने इस पर पलटवार करते हुए कहा कि किसी को सिर्फ़ इसलिए बाहर कर दिया जाए कि वह किसी का बेटा है, यह लोकतंत्र नहीं है. बीजेपी के विनोज पी सेल्वम ने डीएमके पर तंज किया कि वह सिर्फ गठबंधन के जरिये ही अपना वजूद बचा सकती है. उन्होंने 2024 के चुनाव नतीजों का उल्लेख करते हुए कहा कि डीएमके गठबंधन सभी 39 सीटें जीत क्लीनस्वीप कर सका, तो इसके पीछे बीजेपी और एआईएडीएमके के वोट का बिखराव ही वजह था.
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विनोज पी सेल्वम ने अभिनेता विजय की राजनीति में एंट्री पर कहा कि 2021 में डीएमके ने वोट बांटने और जीत हासिल करने के लिए कमल हासन को खड़ा किया था. उन्होंने कहा कि इस बार विजय के रूप में उन्होंने जो किया है, उसका उन पर बुरा असर पड़ेगा. विनोज पी सेल्वम ने आगे कहा कि सत्ता विरोधी लहर का बढ़ना और टीवीके का उभार, यह दोनों साल 2026 के विधानसभा चुनाव में डीएमके की संभावनाओं को कमजोर कर देंगे.
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कांग्रेस नेता लक्ष्मी रामचंद्रन ने चुनावी मौसम में बहस को निवेश और विकास की ओर मोड़ने के लिए डीएमके को बधाई दी. उन्होंने कहा कि तमिलनाडु की जीडीपी विकास दर 11.19 प्रतिशत है. यह केंद्र के ही आंकड़े हैं. जीडीपी की यह विकास दर दर्शाती है कि सूबे की सरकार ने अच्छे परिणाम दिए हैं. लक्ष्मी रामचंद्रन ने कांग्रेस पर वंशवाद के आरोप के जवाब में बीजेपी में वंशवाद के आंकड़े गिनाए और यह भी दावा किया कि तमिलनाडु में कांग्रेस के बिना कोई सरकार नहीं बन सकती. उन्होंने हाशिए पर रहने वाले परिवारों के स्कूली बच्चों का हवाला देते हुए सर्व शिक्षा अभियान के 2500 करोड़ रुपये जारी करने की अपील भी की.