मुंबई में हो रहे 'इंडिया टुडे कॉन्क्लेव' में पहुंचे युवा सेना के अध्यक्ष आदित्य ठाकरे ने बदलापुर एनकाउंटर पर भी अपनी बात रखी. उन्होंने बदलापुर कांड की निंदा करते हुए इसे इंसानियत के खिलाफ और एकनाथ शिंदे सरकार की नाकामी बताया. ठाकरे ने कहा कि तीन साल के बच्चे की मां को एफआईआर दर्ज कराने के लिए बार-बार पुलिस थाने आना पड़ा, जो सरकार की नाकामी को दिखाता है.
आदित्य ठाकरे ने कहा, बदलापुर में जो हुआ वो न सिर्फ इंसानियत के बुनियादी सिद्धांतों के खिलाफ था, बल्कि सरकार की नाकामी भी थी. तीन साल के बच्चे की मां को एफआईआर के लिए सात दिन तक थाने आना पड़ा. जब उन्होंने प्रदर्शन किया तो लाठीचार्ज किया गया. मुझे लगता है कि ये पूरी तरह से राज्य सरकार की नाकामी थी. लेकिन कल जो हुआ, उसे चाहे आप एनकाउंटर कहो, किलिंग कहो या सुसाइड कहो.. उससे कई सारे सवाल खड़े होते हैं.
इस एनकाउंटर पर टिप्पणी करते हुए ठाकरे ने कहा कि एक 'आप्टे' को बचाने के लिए एक 'शिंदे' को मार दिया गया.
वहीं, जब ठाकरे से शिंदे गुट से राजनीतिक बदला लेने को लेकर सवाल किया तो उन्होंने जवाब देते हुए कहा कि हमारा बदला लेने का कोई इरादा नहीं है. हम इस तरह से काम नहीं करते.
कॉन्क्लेव के दौरान जब उनसे महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में MVA में सीट शेयरिंग के फॉर्मूले को लेकर सवाल किया तो उन्होंने कहा कि बीजेपी और उसके सहयोगियों से बेहतर ही होगा.
दरअसल, बदलापुर के एक स्कूल में यौन शोषण के आरोप में अक्षय शिंदे को गिरफ्तार किया गया था. सोमवार को अक्षय शिंदे को एनकाउंटर में मार गिराया गया. पुलिस का दावा है कि अक्षय ने भागने की कोशिश की थी और पुलिस पर भी गोली चलाई थी. वहीं, इंडिया टुडे की OSINT टीम के अनुसार, तुषार आप्टे उस ट्रस्ट के सचिव हैं, जो उस स्कूल का प्रबंधन करता है, जहां बच्चियों का यौन उत्पीड़न हुआ था.