दिल्ली में अगले साल विधानसभा चुनाव होने वाला है. तमाम पार्टियों ने अपनी-अपनी तैयारियां शुरू कर दी हैं. आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता भी जेल से बाहर आने के बाद चुनावी तैयारियों में जुट गए हैं. भारतीय जनता पार्टी भी दिल्ली में अपना राजनीतिक वनवास खत्म करना चाहती है. लिहाजा बीजेपी भी चुनाव संबंधी रणनीति पर 'मंथन' कर रही है.
दिल्ली विधानसभा चुनाव से संबंधित रणनीति, चुनावी मुद्दों और तैयारियों को लेकर दिल्ली बीजेपी दो दिवसीय 'चिंतन बैठक' का आयोजन कर रही है. यह बैठक आज, शनिवार से राजस्थान के रणथंभोर में होगी. इस बैठक में आरएसएस के पदाधिकारी भी हिस्सा लेंगे.
बैठक में कौन-कौन होगा शामिल?
प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा समेत प्रदेश कोर ग्रुप, प्रदेश के प्रभारी , सहप्रभारी, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष, दिल्ली के सभी लोकसभा सांसद, बीजेपी सभी विधायक, पूर्व सांसद, मोर्चो के प्रभारी,
मीडिया सेल के संयोजक, सोशल मीडिया विभाग संयोजक और आईटी सेल के संयोजक समेत लगभग 40 प्रतिनिधि चिंतन बैठक में मौजूद रहेंगे.
बैठक में केंद्रीय बीजेपी से संगठन महासचिव बीएल संतोष भी मौजूद रहेंगे. इस चिंतन बैठक में आरएसएस के पदाधिकारी भी मौजूद रहेंगे. मीटिंग में तमाम नेता और अधिकारी अगले साल होने वाले दिल्ली विधानसभा चुनाव को लेकर रणनीति पर चर्चा करेंगे.
दिल्ली के बजाय राजस्थान में मीटिंग क्यों?
पार्टी के सीनियर नेताओं का कहना है कि राजस्थान में बीजेपी की सरकार है इसलिए वहां पर दिल्ली से दूर मंथन करना बेहतर होगा क्योंकि वहां किसी भी तरीके की कोई परेशानी नहीं आएगी. साथ ही साथ मीडिया की नजरों से दूर जब बातचीत होगी तो कई विषयों पर खुलकर चर्चा भी होगी. पार्टी नेता यह भी मानते हैं की पार्टी के अंदर सीनियर स्तर पर भी जबरदस्त गुटबाजी है और एक रात सभी नेता एक दूसरे के साथ बिताएंगे तो आपसी मतभेदों को भी दूर किया जा सकता है.