असम के करीमगंज जिले में एक गाड़ी से ईवीएम मिलने के मामला अब गरमाता जा रहा है. शुरुआती जांच में पता चला है कि ये गाड़ी भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार की थी. जिसके बाद से ही कांग्रेस पार्टी इस मामले को लेकर आक्रामक है. पहले कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने इसका वीडियो जारी किया, अब राहुल-प्रियंका दोनों ने ही चुनाव आयोग पर सवाल खड़े कर दिए हैं.
कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने इस मामले को लेकर ट्वीट किया. राहुल गांधी ने लिखा कि EC की गाड़ी ख़राब, भाजपा की नीयत ख़राब, लोकतंत्र की हालत ख़राब!
प्रियंका गांधी ने 'स्क्रिप्ट' पर उठाए सवाल!
राहुल गांधी के अलावा कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा का भी एक और ट्वीट आया है. प्रियंका गांधी ने अपने ट्वीट में लिखा कि क्या स्क्रिप्ट है? चुनाव आयोग की गाड़ी खराब हुई, तभी वहां एक गाड़ी प्रकट हुई. गाड़ी भाजपा के प्रत्याशी की निकली. मासूम चुनाव आयोग उसमें बैठ कर सवारी करता रहा.
प्रियंका गांधी वाड्रा ने सवाल किया कि प्रिय EC, माजरा क्या है? आप देश को इस पर कुछ सफाई दे सकते हैं? या हम सब मिलकर बोलें EC की निष्पक्षता को वणक्कम?
क्या स्क्रिप्ट है?
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) April 2, 2021
चुनाव आयोग की गाड़ी खराब हुई, तभी वहां एक गाड़ी प्रकट हुई। गाड़ी भाजपा के प्रत्याशी की निकली। मासूम चुनाव आयोग उसमें बैठ कर सवारी करता रहा।
प्रिय EC, माजरा क्या है? आप देश को इस पर कुछ सफाई दे सकते हैं? या हम सब मिलकर बोलें EC की निष्पक्षता को वनक्कम? pic.twitter.com/LcQ4nFE3Xi
क्या है पूरा विवाद?
दरअसल, पाथरकांडी विधानसभा सीट के बीजेपी उम्मीदवार कृष्णेंदु पाल की गाड़ी से ईवीएम मिलने का वीडियो लगातार वायरल हो रहा था. शुक्रवार सुबह इसी वीडियो को प्रियंका गांधी वाड्रा ने भी साझा किया और चुनाव आयोग से एक्शन लेने की बात कही.
शुरुआती जांच के बाद जब ये साफ हो गया कि गाड़ी बीजेपी उम्मीदवार की ही है, तो चुनाव आयोग ने एक्शन लिया. जिस बूथ की ये ईवीएम थी, वहां के चार अफसरों को सस्पेंड कर दिया गया है. साथ ही उस बूथ पर दोबारा मतदान करने की बात सामने आई है.
जब ये पूरा मामला सामने आया, तब चुनाव आयोग की ओर से घटना की पूरी जानकारी दी गई. चुनाव आयोग के मुताबिक, करीमगंज जिले के निर्वाचन क्षेत्र राताबाड़ी के इंदिरा एमवी स्कूल मतदान केंद्र से मतदान कराकर पार्टी लौट रही थी. एक मतदान का मुख्य अधिकारी और तीन सहायक कर्मचारी थे.
जब रास्ते में चुनाव आयोग की गाड़ी खराब हो गई, तब मतदान पार्टी ने बोलेरो गाड़ी रोकी और उसमें सवार हो गए. अब बाद में पता चला कि ये गाड़ी बीजेपी उम्मीदवार की थी, जिसको लेकर पूरा बवाल हुआ है.