मेडिकल कॉलेज में एडमिशन के लिए नेशनल एलिजिबिलिटी कम एंट्रेंस टेस्ट (NEET) की परीक्षा कल (6 मई) को आयोजित की जाएगी. परीक्षा में केवल 1 दिन बाकी रह गया है, ऐसे में तमिलनाडु के छात्रों को इस परीक्षा में दिक्कतों का सामना कर पड़ रहा है. क्योंकि सीबीएसई ने तमिलनाडु के छात्रों के लिए राज्य से बाहर केरला, राजस्थान, कर्नाटक में परीक्षा केंद्र उपलब्ध करवाए गए है.
आपको बता दें, मद्रास हाई कोर्ट ने 27 अप्रैल को आदेश दिया था कि तमिलनाडु के छात्रों के परीक्षा केंद्र राज्य के अंदर ही हो लेकिन सीबीएसई ने कल सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया और अनुमति मांगी कि छात्र उन्हीं परीक्षा क्रेंद पर परीक्षा दें जो उन्हें अलॉट कराए गए हैं.
बोर्ड ने कहा एडमिट कार्ड जारी होने के बाद परीक्षा केंद्रों में कोई बदलाव नहीं किया जा सकता. सीबीएसई ने सुप्रीम कोर्ट से परीक्षा केंद्र री-अलोकेट न करने के पीछे वजह बताते हुए कहा कि परीक्षा में काफी कम समय बाकी रह गया है. वहीं इतनी जल्दी नए क्रेंद्र का बन पाना मुश्किल है.
क्या है मामला
दरअसल पूरे देश में MBBS और BDS में एडमिशन के लिए नीट की परीक्षा का आयोजन 6 मई 2018 को होना है. ऐसे में सीबीएसई ने तमिलनाडु के छात्रों के परीक्षा केंद्र केरल, कर्नाटक और राजस्थान जैसे दूसरे शहरों में दे दिए जिसके बाद छात्रों ने इस पर आपत्ति जताई. जहां छात्रों ने कहा कि दूसरे शहरों में परीक्षा केंद्र का होना बहुत बड़ी परेशानी है.
प्रकाश जावड़ेकर ने कहा- इस साल 43 नए शहरों में होगा नीट की परीक्षा का आयोजन
तमिलनाडु सरकार छात्रों को देगी ट्रेन टिकट और एक हजार रुपए
इस फैसले के बाद तमिलनाडु सरकार ने ऐलान किया है कि जो छात्र परीक्षा देने के लिए बाहर जा रहे हैं उन्हें सेंकड क्लास का ट्रेन टिकट और 1000 रुपए मिलेंगे. इस बात का ऐलान तमिलनाडु के मुख्यमंत्री ई. पलनीसामी ने किया.
Tamil Nadu government announces train tickets (second-class) and an assistance of Rs 1000 for students who will be travelling outside the state for appearing in the National Eligibility cum Entrance Test (NEET).
— ANI (@ANI) May 4, 2018
आपको बता दें, 27 फरवरी 2018 को केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कहा था कि इस साल परीक्षा के लिए 43 नए परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं. अब नीट की परीक्षा का आयोजन 107 शहरों की बजाय 150 शहरों में किया जाएगा.