JEE Advanced 2020: देश के भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थानों (IIT) में अध्ययन करने की इच्छुक लड़कियों के लिए एक अच्छी खबर है. अब देश के आईआईटी महिलाओं के लिए 20 प्रतिशत आरक्षण देंगे. ये एक सुपरन्यूमरेरी कोटा है जो अतिरिक्त सीटों पर दिया जाएगा.
सरल भाषा में समझें तो पहले से उपलब्ध सीटों पर बिना कोई प्रभाव डाले लड़कियों के लिए अतिरिक्त सीटें बनाई जाएंगी. इसके अलावा महिलाओं के लिए एक अलग योग्यता सूची भी बनाई जाएगी ताकि उन्हें एक बेहतर परिसर चुनने की सुविधा हो.
ये अतिरिक्त आरक्षित सीटें आईआईटी मंडी के निदेशक टिमोथी ए गोंसाल्वेस की अध्यक्षता वाली समिति की सिफारिश की थी. समिति ने कई मुद्दों पर अपनी राय रखी थी, इसमें ये तथ्य भी शामिल था. बता दें कि लड़कों की तुलना में लड़कियों में आईआईटी उत्तीर्ण करने की दर कम है, महिलाएं दूरदराज के क्षेत्र में आईआईटी के बजाय घर के करीब सीट लेने की लेना ज्यादा पसंद करती हैं.
इसके अलावा, आईआईटी ने विदेशी देशों से संबंधित छात्रों के लिए 10 प्रतिशत सुपरन्यूमरेरी सीटें आरक्षित की हैं. इसके अलावा पाठ्यक्रम और परिसरों में विदेशी छात्रों के लिए 1100 से अधिक सीटें आरक्षित हैं. जेईई मेन को क्लियर करने के लिए विदेशी नागरिकों की आवश्यकता नहीं है. हालांकि, भारतीय छात्रों के लिए, जेईई मेन से केवल शीर्ष 2.5 रैंक धारकों को ही जेईई एडवांस के लिए उपस्थित होने की अनुमति है. फिर भी, IIT में विदेशी छात्रों की संख्या कम है. साल 2018 में केवल 51 विदेशी छात्रों ने परीक्षा के लिए पंजीकरण किया और 36 छात्र जेईई एडवांस के लिए उपस्थित हुए.
इसके अलावा, अनुसूचित जाति (एससी) के लिए 15 प्रतिशत और अनुसूचित जनजाति (एसटी) के उम्मीदवारों के लिए 7.5 प्रतिशत आरक्षण है. विकलांगता कोटे (PwD) को भी IIT में आरक्षित 5 प्रतिशत सीटें मिलती हैं.