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UPSC ने स्‍पेशल कैंडिडेट्स को दी खास रियायत

संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) ने कहा है कि सिविल सेवा परीक्षा के प्री एग्‍जाम और मेंस एग्जाम में ब्लाइंड, लोकोमोटर डिसेबिलिटी और सेरेब्रल पाल्सी से जूझ रहे कैंडिडेट लेखन सहायक की मदद ले सकते हैं.

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संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) ने कहा है कि सिविल सेवा परीक्षा के प्री एग्‍जाम और मेंस एग्जाम में ब्लाइंड, लोकोमोटर डिसेबिलिटी और सेरेब्रल पाल्सी से जूझ रहे कैंडिडेट लेखन सहायक की मदद ले सकते हैं. इस तरह के कैंडिडेट को एग्जाम में प्रति घंटे 20 मिनट का एक्‍सट्रा समय भी दिया जाएगा.

आयोग द्वारा जारी विज्ञप्ति के मुताबिक, कैंडिडेट को अपने हाथों से सवालों  का जवाब देना चाहिए. किसी भी परिस्थिति में, उन्हें जवाब लिखने के लिए लेखन सहायक की मदद देने की अनुमति नहीं दी जा सकती है. लेकिन इसमें कहा गया है कि हालांकि, दृष्टिहीन, लोकोमोटर डिसेबिलिटी और सेरेब्रल पाल्सी से पीड़ित कैंडिडेट अगर लेखन करने में (कम से कम 40 पर्सेंट कमजोर) प्रभावित होता है तो उसे सिविल सेवा की मेन और प्री एग्‍जाम में लेखन सहायक की मदद लेने की अनुमति दी जाएगी.

आयोग ने कहा है कि कम दृष्टि वाले कैंडिडेट को प्रति प्रश्नपत्र के हिसाब से प्रति घंटा 20 मिनट अतिरिक्त समय दिया जाएगा जिससे उन्हें 60 मिनट अतिरिक्त समय मिलेगा.

इनपुट: भाषा

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