छात्रों का कहना है कि हमने पिछले साल के सेमेस्टर में हमारे पाठ्यक्रम का 85%
से ज्यादा सिलेबस कम्पलीट कर किया है, और हमने पिछले सेमेस्टर में
इंटर्नल / सेशन / मिड टर्म दिया है. सरकार उपरोक्त पर मूल्यांकन करने पर विचार करे और हमें जल्द से जल्द डिग्री प्रदान करे ताकि हम जल्दी से जल्दी अपनी आगे की पढ़ाई और जॉब्स कर सकें.
आईआईटी, एनएलयू, एनआईटी (सभी सेमेस्टर) और अन्य कॉलेजों / विश्वविद्यालयों
के लिए इंटरमीडिएट सेमेस्टर ने पिछले वर्षों के आधार पर नंबर देकर छात्रों
को प्रमोट कर दिया है. इसी तरह यूजीसी भी अपना फैसला ले सकती है.
(प्रतीकात्मक फोटो)