UPTET Exam 2021: यूपीटीईटी एग्जाम को पेपर लीक होने के कारण 28 नवंबर को रद्द कर दिया गया था. इसके बाद परीक्षा को एक माह के अंदर आयोजित कराने की बात कही गई थी. कैंडिडेट को यूपीटीईटी एग्जाम डेट जारी होने का इंतजार है. एग्जाम डेट कें संबंध में 'आजतक' से बातचीत में बेसिक शिक्षा मंत्री सतीश द्विवेदी ने कहा कि परीक्षा की तारीखों का जल्द ऐलान होना है. लेकिन नए प्रश्न पत्र के लिए नई सिक्योरिटी प्रिंटिंग प्रेस का चयन किया जाना है, इसलिए थोड़ा वक्त लग रहा है लेकिन जल्द परीक्षा की तारीखों का ऐलान किया जाएगा.
जानकारी के अनुसार, पेपर लीक होने के बाद से सबक लेते हुए इस बार की UPTET परीक्षा में कई परिवर्तन किए जाएंगे. हर परीक्षार्थी के लिए एक अलग लिफाफा होगा. नॉन टचेबल इस लिफाफे में बच्चे का प्रश्न पत्र, कॉपी और ओएमआर शीट रखी होगी. पेपर लीक होने की संभावनाओं को खत्म करने के लिए कोशिश की जा रही है कि हर ओएमआर शीट की कोडिंग अभ्यर्थी के आधार नंबर से लिंक होगी. यानी ओएमआर शीट, रोल नंबर और अभ्यर्थी का आधार कार्ड नंबर इंटरलिंक होंगे ताकि सॉल्वर बैठकर परीक्षा भी देगा तो पकड़ा जाए.
पेपर लीक के पिछले अनुभव से सबक लेते हुए प्रश्न पत्र छापने का काम उसी प्रिंटिंग प्रेस को दिया जाएगा जिसको गोपनीय दस्तावेज छापने का अनुभव होगा. यानी जो सिक्योरिटी प्रिंटिंग प्रेस के मानकों को पूरा कर रहा होगा उसी प्रिंटिंग प्रेस में पेपर छपेंगे. मानकों के अनुसार चयनित प्रिंटिंग प्रेस किसी दूसरे राज्य की होगी जिसकी दूरी कम से कम 1000 किलोमीटर हो.
वहीं, सीटीईटी एग्जाम 16 दिसंबर से शुरू होकर 13 जनवरी तक चलेंगे. यूपीटीईटी के साथ सीटीईटी की परीक्षा में भी बड़ी संख्या में अभ्यर्थी बैठते हैं. ऐसे में UPTET परीक्षा के लिए तारीख तय करना बड़ी चुनौती है.
CTET परीक्षा को पास करने वाले कैंडिडेट केंद्रीय विद्यालय, नवोदय विद्यालय और आर्मी स्कूलों में शिक्षक बनने के लिए आवेदन करते हैं. इसके साथ-साथ कई राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में भी टीचर बनने के लिए सीटीईटी परीक्षा पास करना जरूरी होता है, जबकि यूपीटीईटी पास अभ्यर्थी सिर्फ उत्तर प्रदेश में ही शिक्षक की भर्ती पर आवेदन कर सकता है. इसलिए अभ्यर्थी यूपीटीईटी के साथ सीटीईटी की परीक्षा का फॉर्म भी भरते हैं.
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